मथुरा: थाना महावन के नगला पीपरी के युवक प्रवीण की हत्या रुनकता के पास जंगल में की गई थी, उसे तीन गोली मारी गई थी और उसकी ईको कार को फतेहपुर सीकरी क्षेत्र में छोड़कर आरोपी भाग गए थे। यह सनसनीखेज खुलासा गिरफ्तार किए गए नामजद आरोपी मोनू और उसके पिता पूरन सेठ ने पुलिस के समक्ष किया है। साथ ही वारदात में खुद के शामिल होने से इनकार भी किया है। पुलिस अभी तक वारदात के मकसद को स्पष्ट नहीं कर सकी है।

नगला पीपरी निवासी प्रवीण का ट्रैवल का काम है और वह खुद भी अपनी ईको कार को चलाता था। विगत 26 अगस्त को मूल रूप से गांव खड़ेरा और वर्तमान में शास्त्रीपुरम निवासी पूरन सेठ व उनके पुत्र मोनू ने फोन कर प्रवीण को कार लेकर आगरा बुलाया था। इसके बाद से वह गायब है। परिजनों ने उसे खूब तलाशा लेकिन कोई पता नहीं चल सका। विगत दिन प्रवीण के पिता कमल सिंह ने आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। महावन पुलिस ने रविवार को दबिश देकर पूरन सेठ और उसके पुत्र मोनू को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने पूछताछ में पुलिस को बताया कि थाना कागारौल के गांव बसेड़ी चाहर निवासी ओमवीर के कहने पर उन्होंने प्रवीण को बुलाया था। ओमवीर ने गंगा स्नान को जाने की बात कही थी। मोनू ने पुलिस को बताया कि ओमवीर, उसका सादाबाद के गांव बनगड़ निवासी साला राकेश, आगरा के चाहरवाटी क्षेत्र निवासी साड़ू पन्नी कार में सवार होकर गए थे। उन्होंने रास्ते में रुनकता के पास तीन गोली मारकर प्रवीण की हत्या कर दी। जबकि कार को फतेहपुर सीकरी क्षेत्र में छोड़ गए। कार में चाभी भी लगी छोड़ी थी। इसके बाद ओमवीर ने मोनू को फोन कर बुलाया और उसका मोबाइल ले लिया। दूसरा मोबाइल खरीदने के लिए ओमवीर ने मोनू को पैसे भी दिए। साथ ही प्रवीण की हत्या की जानकारी देकर चुप रहने की धमकी भी दी। जबकि कार को पुलिस ने 28 अगस्त को बरामद कर लिया था। महावन थाने के एसओ विनोद कुमार मिश्रा का कहना है कि आरोपी मोनू व उसके पिता पूरन सेठ ने बताया कि प्रवीण की हत्या ओमवीर और उसके दो रिश्तेदारों के द्वारा की गई है। इसलिए पुलिस ओमवीर व उसके दो रिश्तेदारों की गिरफ्तारी को दबिश दी जा रही हैं। उनकी गिरफ्तारी के बाद ही वारदात का मकसद साफ होगा।