I concern

- फूली हुई और ज्यादा सफेद ब्रेड से रहिए सावधान, कानपुर में सप्लाई करती है दिल्ली में ब्रेड बनाने वाली कई कंपनियां

- सो रहा शहर का फूड सेफ्टी विभाग नहीं समझी सैंपल लेने तक की जरूरत

KANPUR: ब्रेड मौजूदा दौर में सुबह नाश्ते से लेकर कई जंक फूड में यूज की जाने वाला सबसे जरूरी खाद्य पदार्थ है। ऐसे में सेंटर फॅार साइंस एंड इनवायरमेंट यानी सीएसई की ताजा रिपोर्ट आपको परेशान कर सकती है। इस रिपोर्ट के मुताबिक ज्यादातर कंपनियों की ब्रेड को सफेद और फूला हुआ बनाने के लिए उसमें खतरनाक पोटैशियम ब्रोमैटेड और आयोडेट जैसे केमिकल मिलाए जाते हैं जोकि कैंसर जैसी बीमारियों को दावत देते हैं। हालांकि यह रिपोर्ट दिल्ली में ब्रेड, बन और पिज्जा ब्रेड के सैंपल्स के रिजल्ट के आधार पर हैं लेकिन कई बड़ी कंपनियों की ब्रेड दिल्ली से कानपुर में भी सप्लाई होती है। वहीं कानपुर में भी बे्रड बनाने वाली कई कंपनियां इन केमिकल पर प्रतिबंध नहीं होने की वजह से उनका ब्रेड में यूज करती हैं।

ब्रेड के इंग्रीडिऐंट

आटा, पानी, चीनी, खमीर, सोया फ्लोर, प्रिजर्वेटिव (282,341(I)),ग्लटन, वेजीटेबल ऑयल, हाइड्रोजेनेटेड वेजीटेबल ऑयल, इम्यूलिसिफेयर (471,481(I)),,472(d),ऐि1सडिटी रेग्युलेटर (260),इंप्रूवर (1100)एंटीऑक्सिडेंट(300),

यीस्ट के साथ होता है प्रयोग

चमनगंज में बेकरी चलाने वाले मो। सईद के मुताबिक ब्रेड बनाने के दौरान वह साफ दिखे और ज्यादा फूली व मुलायम हो इसके लिए यीस्ट के साथ पोटैशियम ब्रोमैटेड व पोटैशियम आयोडेट का प्रयोग करते हैं इससे बे्रड में सफेदी भी आती है और वह ज्यादा फूलती भी है।

बड़ी कंपनियों की कानपुर में भी सप्लाई

दरअसल दिल्ली में ब्रेड व बन के जिन सैंपल्स की रिपोर्ट में इन दोनों केमिकल की मात्रा ज्यादा पाई गई है। उनकी सप्लाई कानपुर में भी होती है। व्हाइट ब्रेड के अलावा इस कंपनी की ब्राउन बे्रड भी काफी बिकती है लेकिन इंग्रीडिएंट में इसका जिक्र नहीं होता है। ऐसे में कानपुर की ब्रेड बनाने वाली कंपनियों में भी इस केमिकल का यूज होता है, इसको लेकर इंकार नहीं किया जा सकता।

क्यों खतरनाक है पोटैशियम ब्रोमेटेड

ब्रेड में जो पोटैशियम ब्रोमेटेड व आयोटेड की मात्रा से न सिर्फ थायराइड का खतरा बढ़ता है बल्कि इसकी ज्यादा मात्रा के लगातार प्रयोग से पेटदर्द, उल्टी, किडनी फेल होने जैसी शिकायतें भी होती है। इससे शरीर में फैट भी बढ़ता है। यह एक रंगहीन,स्वादहीन और गंधहीन केमिकल होता है। यूरोपियन देशों समेत, दक्षिण अमेरिकी व कई अफ्रीकी देशों में इसका प्रयोग प्रतिबंधित है।

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कोट-

अभी तक कानपुर में ब्रेड को लेकर किसी तरह की रिपोर्ट नहीं आई है। लेकिन एहतियातन अलग अलग जगहों पर सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जाएंगे।

- एसएसएच आबिदी, जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी