AGRA (26 Aug.): शिक्षण संस्थान जॉब दिलाने की गारंटी लेते हैं, लेकिन आगरा की डॉ। बीआर अंबेडकर विवि बेरोजगार करने की राह पर ले जाती है। ये बात इसलिए भी चरितार्थ और हो जाती है क्योंकि विवि न डिग्री दे पा रही और ना मार्कशीट। और इन डॉक्यूमेंट के के छात्र-छात्राओं को जॉब मिलना संभव है। हालात ये है कि 40 हजार छात्र-छात्राएं तीन महीने से डिग्री पाने की लाइन में खड़े हैं, लेकिन अफसरों को उनके भविष्य से कोई लेना-देना नहीं है।

विभाग में लगाई एप्लीकेशन

विवि से स्टडी कर चुके छात्रों ने सर्विस के लिए विभिन्न विभागों में आवेदन किया है। तमाम छात्रों का प्रतियोगी परीक्षा प्रक्रिया पूरी करने के बाद उनका चयन हो गया है। अब उन्हें अपने मूल दस्तावेजों को जमा करना है, लेकिन उनके हाथ में डिग्री नहीं है। बीए-बीएससी और बीकॉम के ये छात्र-छात्राएं अब विवि के चक्कर काटने को मजबूर हो रहे हैं।

जॉब के कॉल लैटर हो रहे कैंसिल

चयन प्रक्रिया से गुजरने के बाद अभ्यर्थियों ने तीन महीने पूर्व विभाग में आवेदन किया था, लेकिन संबंधित विभाग द्वारा कोई विचार नहीं किया गया। कॉल लैटर कैंसिल किए जा रहे हैं।