--आरोप, सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले युवकों ने विधायक से फोन पर की थी बात

-नगर थाने में दो घंटे तक एसडीपीओ ने की पूछताछ, विधायक ने कहा, उन्होंने युवकों को फटकारा, कुछ लोग कर रहे हैं साजिश

गोड्डा : गोड्डा विधायक अमित मंडल के खिलाफ रविवार को नगर थाने में सनहा दर्ज किया गया। इससे पूर्व एसडीपीओ अभिषेक कुमार ने नगर थाने में उनसे करीब दो घंटे तक गहन पूछताछ की। एसपी हरिलाल चौहान ने बताया कि पूछताछ के दौरान विधायक ने विशेषाधिकार की बात कह कर अप्रत्यक्ष रूप से अनुसंधान व पदाधिकारियों को प्रभावित करने की कोशिश की जिसके बाद सनहा दर्ज किया गया है। गौरतलब है कि सांसद निशिकांत दुबे के बारे में वाट्सअप व फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट करने पर भाजपा नेता कृष्ण कन्हैया ने संजय कुमार मंडल व शुभम कुमार भगत के खिलाफ आइटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने गैरजमानतीय धाराओं के तहत दोनों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।

पूछताछ को बुलाया थाने

अनुसंधान के क्रम में पुलिस ने पूछताछ के लिए विधायक अमित मंडल व उनके पीए विजयश्री को रविवार को थाने में बुलाया था। विधायक अमित मंडल रविवार को करीब 12 बजे अपने पीए विजयश्री और प्रतिनिधि जयशंकर सिंह के साथ नगर थाना पहुंचे। जयशंकर सिंह को बाहर ही रहने को कहा गया। विधायक व उनके पीए से थाना प्रभारी के कक्ष में एसडीपीओ ने करीब दो घंटे तक पूछताछ की। पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपी संजय कुमार मंडल व शुभम भगत से विधायक के मोबाइल पर बात होने के सबूत मिले हैं। इसी को आधार बनाकर पुलिस ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था। वैसे विधायक का कहना है कि सांसद के खिलाफ वाट्सअप पर पोस्ट करने की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने फोन कर दोनों युवकों को फटकार लगाई थी। विधायक ने बताया कि उनके खिलाफ साजिश की जा रही है। वे सांसद के साथ मिलकर विकास को गति दे रहे हैं जो कुछ लोगों को हजम नहीं हो रहा है। कहा कि साजिशकर्ता शीघ्र बेनकाब होंगे।

बदले गए विधायक के बॉडीगार्ड

विधायक अमित मंडल की सुरक्षा में तैनात दो जवानों को शनिवार की रात वापस बुला लिया गया। उनकी जगह पर दो सुरक्षा कर्मियों को रविवार की शाम उनके आवास पर भेजा गया। हालांकि, इससे पूर्व ही विधायक रांची निकल चुके थे। बताया जाता है कि कुछ दिन पूर्व उनकी सुरक्षा में तैनात अंगरक्षकों के हथियार की जांच की गई थी। इस दौरान उसमें कुछ खामी मिली थी। इसी के बाद दोनों जवानों को वापस बुला लिया गया। रविवार को थाने से लौटने के बाद विधायक बिना अंगरक्षक के ही रांची निकल गए। हालांकि, शाम में दो सुरक्षाकर्मी उनके आवास पर पहुंचे जो बाहर ही बैठे हुए थे। इससे पूर्व विधायक ने बताया कि वे रांची से आने-जाने के क्रम में रात में अक्सर नक्सलग्रस्त क्षेत्रों से गुजरते हैं। ऐसे में अगर किसी प्रकार की घटना होती है तो इसके लिए जिला प्रशासन जिम्मेदार होगा।