GORAKHPUR: फार्मासिस्ट का फर्जी सर्टिफिकेट लगाकर मेडिकल स्टोर का लाइसेंस लेने वाले सीतापुर निवासी युवक पर कैंट पुलिस ने जालसाजी का मुकदमा दर्ज किया है। ड्रग इंस्पेक्टर की शिकायत पर ये कार्रवाई हुई है। युवक पर आरोप है कि उसने इलाहाबाद के युवक का सर्टिफिकेट लगा कर लाइसेंस हासिल किया था।

ड्रग इंस्पेक्टर ने उजागर किया मामला

ड्रग इंस्पेक्टर बृजेश कुमार यादव ने कैंट थाने में तहरीर दी कि सीतापुर के सरोजनीनगर निवासी कर्मवीर सिंह ने फर्जी र्सिटफिकेट पर मेडिकल स्टोर का लाइसेंस ले लिया है। उन्होंने बताया कि उसने उत्तर प्रदेश फार्मेसी काउंसिल से जारी प्रमाण पत्र नंबर भ्9भ्70 को अपना बताया था। बड़हलगंज, कोड़ारी निवासी सोनू गुप्ता ने इसी सर्टिफिकेट पर गंगोत्री मेडिकल हॉल के नाम से ख्9 सितंबर ख्0क्भ् को लाइसेंस लिया था। इलाहाबाद, मेजा रोड के पंडितपुरा निवासी राजेश्वर प्रसाद त्रिपाठी ने काउंसिल में शिकायत कर प्रमाण पत्र के अपना होने का दावा किया था। जांच में मामला सही निकला। अफसरों के निर्देश पर क्0 फरवरी को बड़हलगंज पहुंचकर ड्रग इंस्पेक्टर ने मामले की जांच करने के साथ ही मेडिकल स्टोर का लाइसेंस निरस्त कर दिया। इसके बाद कैंट पुलिस ने शिकायत मिलने पर कर्मवीर सिंह पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने का केस दर्ज कर लिया।