- मंडी परिषद के चौकीदार की लखनऊ में हुई थी मौत

- मर्डर के बाद डेडबॉडी रखने का भाई ने लगाया आरोप

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : मंडी परिषद गोरखपुर के कर्मचारी अमित की मौत नहीं हुई, उसकी हत्या करके डेड बॉडी को वहां रखा गया था। यह आरोप सामने आने पर खोराबार पुलिस ने उप निदेशक अंजनी कुमार श्रीवास्तव सहित पांच के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया। मंडे को अमित के छोटे भाई रोहित ने खोराबार पुलिस को तहरीर दी। मुकदमा दर्ज करके पुलिस कार्रवाई में जुट गई। पुलिस का कहना है कि घटना लखनऊ में हुई थी इसलिए मुकदमा वहां ट्रांसफर कर दिया जाएगा।

उप निदेशक के साथ लखनऊ गया था अमित

गोरखपुर के संभागीय कार्यालय में तैनात अमित कुमार छह सितंबर को उप निदेशक अंजनी कुमार के साथ लखनऊ गया। वहां विभूतिखंड स्थित मंडी परिषद बिल्डिंग के सातवें तल से गिरकर कर्मचारी अमित कुमार की मौत हो गई। इसकी सूचना जब गोरखपुर पहुंची तो उसके साथी गुस्सा हो गए। लोगों ने उप निदेशक अंजनी कुमार श्रीवास्तव पर गंभीर आरोप लगाए। कहा कि उन्होंने अमित को घरेलू कर्मचारी बना दिया था, उसका लगातार उत्पीड़न किया जाता था। अमित की मां मीरा की तबियत खराब होने पर छुट्टी नहीं दी गई। उसके मौत से मां और छोटा भाई रोहित बेसहारा हो गए हैं।

मौत के पहले अमित ने लिखी थी उत्पीड़न की दास्तां

अमित की मौत की सूचना पर आक्रोशित कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। लोगों ने खोराबार पुलिस से मिलकर कार्रवाई की मांग की। 12 सितंबर की सुबह फलमंडी के सामने हाइवे जाम करके प्रदर्शन किया। मंडे को अमित का छोटा भाई रोहित और दफ्तर के कर्मचारी खोराबार पहुंचे। अमित के छोटे भाई ने हत्या के बाद डेड बॉडी रखने का आरोप लगाया। पुलिस ने आरोपी उप निदेशक अंजनी कुमार श्रीवास्तव, क्लर्क दयाशंकर मिश्रा, लालजी सिंह यादव, गिरिजा प्रसाद यादव और ड्राइवर जय किशोर सिंह के खिलाफ तहरीर दी। रोहित ने पुलिस को बताया कि उसके भाई ने एक पत्र लिखकर पहले ही उत्पीड़न की सूचना दी थी।

तहरीर के आधार पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी अफसर और कर्मचारियों को नामजद किया गया है।

सत्येंद्र कुमार, एसपी सिटी