-महिला उत्पीड़न रोकने के लिए बनेगी टीम

-पीडि़त को थानों का चक्कर लगाने से मिलेगी राहत

GORAKHPUR: महिला उत्पीड़न की शिकायतें लेकर थाने से पुलिस अधिकारियों की चौखट पर माथा नहीं टेकना पड़ेगा। महिलाओं को राहत देते हुए नई व्यवस्था की जा रही है। हेल्प लाइन नंबर पर आने वाली शिकायतों पर जरूरत के अनुसार तत्काल एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। प्रदेश सरकार की मंशा जानने के बाद जिले के अफसर इस योजना पर अमल की तैयारी में जुट गए हैं।

181 नंबर से जुड़ेंगी कई योजनाएं

केंद्र सरकार की वुमेन एम्पावरमेंट मिशन को पूरी तरह से लागू करने के लिए काम चल रहा है। पुलिस-प्रशासन से जुड़े अफसरों का कहना है कि इसके तहत महिलाओं से जुड़ी हर योजना को हेल्प लाइन नंबर 181 से जोड़ने को कहा गया है। पूर्व में संचालित हो रही महिला हेल्प लाइन नंबर 1090 में कई सेवाएं नहीं थीं। दहेज उत्पीड़न, घरेलू हिंसा सहित नौ योजनाओं को 181 से जोड़ दिया गया है। इसके तहत आने वाली शिकायतों पर महिला पुलिस की टीम पीडि़त को मदद मुहैया कराएगी।

यह होगा फायदा

- किसी तरह की शिकायत पर महिला पुलिस की स्पेशल टीम जांच करेगी।

- यौन हिंसा, दहेज उत्पीड़न जैसे मामलों में शिकायत पर एफआईआर दर्ज हो जाएगी।

- महिलाओं को उत्पीड़न होने पर किसी थाने का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

- पीडि़त महिला और लड़की के फोन करने पर ही टीम कार्रवाई करेगी।

- चिकित्सीय मदद, अस्थायी निवास, काउंसलिंग की सुविधा दी जाएगी।

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टीम में इनकी भागीदारी

एक महिला सब इंस्पेक्टर, दो कांस्टेबल, बाल संरक्षण विभाग की एक सदस्य, चाइल्ड लाइन की एक सदस्य और महिला समाख्या की सदस्य को टीम में शामिल किया जाएगा।

यह होगी जिम्मेदारी

- उत्पीड़न की शिकार महिलाओं की शिकायत पर कार्रवाई

- बीमार महिलाओं को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाने की जिम्मेदारी

- निराश्रित महिलाओं को आश्रय तक ले जाने, उनको सुविधा मुहैया कराना

- पीडि़त महिलाओं को कानूनी मदद उपलब्ध कराने के लिए सलाह दी जाएगी।

ऐसे काम करेगा 181 नंबर

181 हेल्प लाइन नंबर पर डायल करते ही काल सेंटर का कंप्यूटर और सॉफ्टवेयर काल करने वाली महिला की लोकेशन टै्रक कर लेगा। पुलिस की मदद की जरूरत होने पर कॉल सेंटर से संबंधित थाना की मोबाइल वैन को सूचना दी जाएगी। चिकित्सीय मदद के लिए कॉल सेंटर की ओर से 108 नंबर की एबुंलेंस भेजी जाएगी। गंभीर मामलों की शिकायत सामने आने पर एफआईआर दर्ज करके कार्रवाई की जाएगी।

़महिला हेल्प लाइन नंबर 181 काम कर रहा है। लखनऊ के कंट्रोल रूम से काल आने पर पीडि़त की मदद की जाती है। अभी हफ्ते में तीन से चार काल आती थी। लेकिन इसको प्रभावी बनाने के लिए काम चल रहा है। इसका व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाएगा ताकि पीडि़त महिलाएं मदद ले सकें।

सर्वजीत सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी

महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों के प्रति हमेशा संवेदनशील रहने के निर्देश दिए गए हैं। महिलाओं की शिकायत पर पुलिस कार्रवाई कर रही है। शासन के निर्देशानुसार महिला अपराध की शिकायतों की समीक्षा की जाएगी। इसमें किसी तरह की लापरवाही सामने आने पर संबंधित पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

मोहित अग्रवाल, आईजी