मंदिरों ने की पहल, दानपात्र के साथ स्वैपिंग मशीन रखने का लिया निर्णय

बड़े हनुमानजी, कल्याणी देवी व ललिता देवी मंदिर ने की तैयारी

ALLAHABAD: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नोट बंदी के फैसले और अब कैशलेस ट्रांजेक्शन की अपील पर संगमनगरी के तीन मंदिरों ने पहला कदम बढ़ा दिया है। इन मंदिरों में नए साल की शुरूआत के साथ आनलाइन या प्लास्टिक कार्ड से दान लेने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इसके लिए मंदिर एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से बैंकों से संपर्क भी किया जा चुका है। बैंकों ने इन्हें भीड़भाड़ खत्म होने के बाद पूरा सहयोग का वादा किया है।

पहले से चल रही कवायद

बड़े हनुमान मंदिर ने अभी हाल ही में आनलाइन दर्शन और प्रसाद पहुंचाने की व्यवस्था शुरू करने की कवायद शुरू हुई थी। अब उसमें आनलाइन दान को भी जोड़ लिया गया है। मंदिर प्रशासन की ओर से बैंकों से संपर्क किया गया तो बैंकों ने अभी भीड़भाड़ का हवाला देते हुए जल्द ही उनकी मांग पर विचार का आश्वासन दिया है।

तो दर्ज कराएंगे सूचना

मंदिर प्रशासन बैंक की ओर से स्वैपिंग मशीन उपलब्ध होने के बाद दानपात्र के साथ मंदिर में जगह-जगह इस बात की सूचना भी अंकित कराने की तैयारी में है कि यहां आनलाइन या कार्ड स्वैप करा कर भी दान दिया जा सकता है। ललिता देवी व कल्याणी देवी जैसे शक्तिपीठों में भी ऐसी ही तैयारी चल रही है।

नोट बंदी से कम हुआ चढ़ावा

देश में पांच सौ और एक हजार के नोट बंद होने का असर मंदिरों में दान होने वाली रकम पर भी पड़ा है। अब मंदिर प्रशासन का कहना है कि दान पात्र तो अपनी जगह पर स्थित रहेगा, लेकिन यदि कोई भक्त आनलाइन या कार्ड स्वैप कर दान करने की इच्छा जाहिर करे तो उसके लिए भी व्यवस्था की जा रही है।

एक नहीं कई मशीन रखेंगे

नए साल की शुरुआत में बंधवा स्थित बड़े हनुमानजी मंदिर व ललिता देवी जैसे प्रसिद्ध मंदिरों के कार्यालयों में एक दो नहीं बल्कि छह-छह मशीनों की सुविधा दानदाताओं को देने की योजना है। कल्याणी देवी मंदिर में दो मशीनें दानदाताओं के लिए उपलब्ध कराने की योजना है। इसके लिए मंदिर प्रबंधन की ओर से बैंकों से संपर्क किया जा रहा है। उम्मीद है कि बैंकों में ग्राहकों की भीड़ कम होने के बाद मंदिरों को यह सुविधा उपलब्ध हो जाएगी।

अब कैशलेस इकोनॉमी का जमाना है। सब बदल रहे हैं तो संत-महात्मा क्यों पीछे रहेंगे। हमने भी बदलाव को स्वीकार करने का निर्णय लिया है। नए साल में कार्यालय में अलग से स्वैपिंग मशीन की व्यवस्था की जाएगी। कार्यालय में कितनी मशीनें लगाई जाएंगी, यह बैंक की उपलब्धता पर निर्भर करेगा।

नरेन्द्र गिरि, श्रीमहंत, बड़े हनुमानजी मंदिर

कम से कम छह स्वैपिंग मशीन के लिए बैंक के अधिकारियों से संपर्क किया गया है। अभी बैंक में कस्टमर्स की लाइन लग रही है। जैसे ही स्थिति सामान्य होगी, यह सुविधा शुरू कर दी जाएगी। हमारा पूरा प्रयास है कि नए साल में मंदिर में आने वाले भक्त कार्यालय में अपने प्लास्टिक कार्ड से दान देने की सुविधा का लाभ उठाने लगें।

हरी मोहन वर्मा, अध्यक्ष, ललिता देवी मंदिर प्रबंधन समिति