- दानापुर विधायक पूनम देवी ने कहा कि ऑफिसर और इंसपेक्टर की मिलीभगत से हुआ घोटाला

- अगर कोई रिपोर्ट और कंप्लेन लेकर आता है, तो फिर उठाया जाएगा मामला

PATNA: यह पूरे बिहार का मामला है। मुझे इसकी जानकारी है कि मिल मालिकों ने क्या किया है। हमारे घर का चावल खत्म कर दिया गया है। पिछले चार सालों के इस घोटाले की सीबीआई जांच होनी चाहिए, तभी दूध का दूध और पानी का पानी सामने आ पाएगा। ख्भ्00 करोड़ की राशि कम नहीं है, साथ ही पूरे बिहार का मामला है। यह बिहार का सबसे बड़ा घोटाला सामने आने वाला है। आई नेक्स्ट के जरिए इसकी लगातार जानकारी मिल रही है। अगर आरटीआई में यह बातें सामने आ रही है और सीएजी की रिपोर्ट भी इसमें हामी भर रही है, तो फिर उस पर खुल कर और निष्पक्ष रूप से जांच करने की जरूरत है। दानापुर विधायक पूनम देवी ने कहा कि उनके पास कोई अब तक लिखित कंप्लेन नहीं हुआ है। अगर कोई इसकी लिखित शिकायत लेकर आता है, तो फिर इस संबंध में जमकर आगे कदम बढ़ाया जाएगा।

तब मिल मालिकों ने हिम्मत दिखाई

विधायक पूनम देवी ने कहा कि यह मिल मालिकों के बस की बात नहीं है। वो अकेले में कोई काम नहीं कर सकता है। जब तक कि मिल मालिकों को ऑफिसर की ओर से इशारा नहीं मिला होगा, इसलिए जब सीबीआई जांच होगी तब ही उसका सही से पता चल पाएगा। लोकल पुलिसिया जांच से कुछ होने जाने वाला नहीं है, इसलिए मेरी मांग है कि इसमें सीबीआई जांच कराने की जरूरत है। वहीं इस मामले में डिपार्टमेंट के मिनिस्टर श्याम रजक ने कहा कि उनके ऑफिसर्स से बात करिए, वही बताएंगे कि आगे क्या होना है। फिलहाल चावल घोटाले की भनक विधायक से लेकर डिपार्टमेंट के गलियारों में होनी शुरू हो गयी है।