-सीबीआई टीम की छापेमारी से रेलवे अधिकारियों में मचा हड़कंप

-पूर्व सीपीआरओ मामले की जांच में गोरखपुर पहुंची सीबीआई टीम

GORAKHPUR: एक बार फिर रेलवे में शुक्रवार को सीबीआइ टीम ने दस्तक दी। इस दौरान टीम ने एनई रेलवे के पूर्व सीपीआरओ और उप मुख्य परिचालन प्रबंधक (निर्माण) आलोक सिंह के मामले में सीपीआरओ ऑफिस के दस्तावेजों को खंगाला। जांच अधिकारी ने कार्यालय के संबंधित लोगों से पूछताछ भी की और कुछ दस्तावेजों को साथ ले गए। दरअसल पूर्व सीपीआरओ आलोक सिंह पर रेलवे विज्ञापनदाता एजेंसी से 20 लाख रुपए घूस लेने का आरोप है।

खंगाली फाइलें, साथ ले गए दस्तावेज

वहीं, सूत्रों का कहना है कि सीबीआई टीम एक दिन पहले भी परिचालन विभाग स्थित उप मुख्य परिचालन प्रबंधक (निर्माण) के कार्यालय पहुंची थी। वहां पूर्व सीपीआरओ से पूछताछ करने के बाद संबंधित फाइलों की पड़ताल की। सीबीआई टीम के पहुंचने से रेल अधिकारियों व कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। दूसरे दिन सीबीआई की टीम एनईआर हेडक्वार्टर स्थित सीपीआरओ ऑफिस पहुंची। इस दौरान टीम संबंधित लोगों से पूछताछ की और फाइलों को मंगाकर देखा। कुछ फाइलों की फोटोकापी साथ ले गए। गौरतलब है कि 15 फरवरी 2017 को भी सीबीआई टीम पूर्व सीपीआरओ के वाराणसी के लहरतारा स्थित रेस्ट हाउस और कार्यालय पहुंची थी। तब वह वाराणसी मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक पद पर तैनात थे।

विज्ञापन एजेंसी से घूस मांगने का आरोप

दरअसल पूर्व सीपीआरओ पर विज्ञापन एजेंसी से घूस लेने का मामला जुलाई 2015 में प्रकाश में आया था। मामले को गंभीरता से लेते हुए जीएम ने उन्हें मुख्य वाणिज्य प्रबंधक (यात्री सेवा- प्रथम) के पद पर स्थानांतरित कर दिया था। इसके बाद उन्हें वाराणसी के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक पद पर स्थानांतरित किया गया। वर्तमान में वह गोरखपुर स्थित परिचालन विभाग में उप मुख्य परिचालन प्रबंधक (निर्माण) के पद पर तैनात हैं। फिलहाल, सीबीआई ने पूर्व सीपीआरओ के अलावा विज्ञापनदाता एजेंसी प्रमुख शिव शंकर तिवारी के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया है। इस दौरान सघन जांच चल रही है।