-सीबीएसई ने संडे को जारी किया 12वीं का रिजल्ट

-जिंगल बेल्स के स्टूडेंट अनंत अग्रवाल ने किया डिस्ट्रिक्ट टॉप

-केवी इफ्को के छात्र त्रिशुल दत्ता रहे दूसरे स्थान पर, जीआरएम कुशाग्र ने जिले में पाया तीसरा स्थान

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BAREILLY :

सीबीएसई के 12वीं स्टूडेंट्स का इंतजार संडे को खत्म हो गया। सीबीएसई ने संडे को 12वीं का रिजल्ट जारी कर दिया। रिजल्ट जारी होते ही स्टूडेंट्स में मा‌र्क्स देखने की होड़ मच गई। कामयाबी पाने वाले स्टूडेंट्स के चेहरे खुशी से खिल उठे। मिठाइयां बांटकर और गले लगकर एक-दूसरे को मुबारकबाद दी। पीलीभीत रोड स्थित जिंगल बेल्स स्कूल के अनंत अग्रवाल ने जिले में टॉप किया। वह 98 प्रतिशत मा‌र्क्स के साथ पहले नंबर रहा। केवी इफको के त्रिशूल दत्ता 97.6 और जीआरएम के कुशाग्र शर्मा ने 97 प्रतिशत तीसरे नंबर पर रहे। रिजल्ट में इस बार ब्वॉयज ने बाजी मारी। टॉप थ्री में ब्वॉयज का कब्जा रहा। वहीं, 96.8 प्रतिशत अंक पाकर चौथे नंबर पर जीआरएम की अपूर्वा श्ार्मा रहीं।

5090 स्टूडेंट्स हुए पास

नौ मार्च से सीबीएसई के एग्जाम स्टार्ट हुए, जो 20 अप्रैल तक चले। सीबीएसई ने डिस्ट्रिक्ट में राधा माधव पब्लिक स्कूल, केवी जेएलए फ‌र्स्ट, केवी जेआरसी, केवी एनईआर, केवी आईवीआरआई, केवी इफ्को, आर्मी स्कूल, बिशप कोनरॉड, वुडरो, सेंट फ्रांसिस स्कूल को सेंटर बनाया था। जिन पर 5200 स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिए। एग्जाम देने के बाद स्टूडेंट्स अपनी मेहनत का फल जाने के लिए बेकरार थे। उनका इंतजार संडे को पूरा हुआ, जब सीबीएसई ने संडे को 12वीं का रिजल्ट जारी किया। डिस्ट्रिक्ट के 5090 स्टूडेंट्स एग्जाम में पास हुए। वहीं, 110 स्टूडेंट्स के हाथ मायूसी लगी।

टॉपर की जुबानी

98 प्रतिशत अंक हासिल कर डिस्ट्रिक्ट टॉप करने वाले जिंगल बेल्स के स्टूडेंट अनंत अग्रवाल ने अपनी सफलता का राज डेली चार से पांच घंटे पढ़ाई करना बताया। पढ़ाई के बोझ को कम करने के लिए चेस खेलते थे। वहीं, फिट रहें, इसलिए फुटबॉल भी खेला करते थे। गिटार बजाना उनका शौक है। वे आईआईटी करना चाहते हैं। उनके माता-पिता डॉक्टर हैं।

इंजीनियर बनना है सपना

97.6 हासिल कर दूसरे नंबर पर रहे केवी इफको के त्रिशूल दत्ता ने अपनी सफलता का श्रेय पेरेंट्स को दिया। उन्होंने बताया कि उनके पिता इफको में संयुक्त प्रबंधक हैं। वहीं, मां इंदिरा दत्ता गरीब बच्चों को पढ़ाती हैं। जब भी पढ़ाई को लेकर टेंशन होती थी, तो मां से सलाह-मशविरा करते थे। जेईई मेंस का एग्जाम पास कर चुके हैं। हाल में एडवांस का एग्जाम दिया है। उसके रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं।

जब मन हुआ तब की पढ़ाई

डिस्ट्रिक्ट में तीसरे नंबर पर रहे जीआरएम के कुशाग्र शर्मा ने बताया कि पढ़ाई के लिए कभी टाइम टेबल नहीं बनाया। जब जिस सब्जेक्ट का मन हुआ वह पढ़ लिया। इसी का नतीजा रहा कि उन्होंने 97 प्रतिशत अंक हासिल किए। साथ ही उन्होंने बताया कि एग्जाम के दौरान थोड़ी टेंशन जरूर थी, लेकिन मां सुचिता शर्मा ने उनकी काफी हेल्प की। वहीं, उनके पिता नवीन शर्मा डिप्टी चीफ मैकेनिकल इंजीनियर हैं।

म्यूजिक और डांस हॉबी

96.8 मा‌र्क्स हासिल कर जीआरएम की अपूर्वा शर्मा चौथे पायदान पर रहीं। उनके पिता एसके शर्मा बिजनेस और रीना शर्मा हाउस वाइफ हैं। उनका सपना कम्प्यूटर साइंस में इंजीनियर बनना है। वहीं, उन्होंने बताया कि उन्हें म्यूजिक सुनना और डांस करना अच्छा लगता है।

खली पिता की कमी

पांचवें पायदान पर रहे जीआरएम के स्टूडेंट्स नवनीत अग्रवाल ने बताया कि जब वह नौ माह के थे, तब कैंसर के चलते पिता विवेक कुमार का निधन हो गया था। मां ही परिवार का सहारा बनीं। उनके बताए हुए मार्ग पर चलकर ही कामयाबी पाई। सीबीएसई के एग्जाम में 96.6अंक हासिल किए। उनका सपना भाई वैभव अग्रवाल की तरह बीटेक करके इंजीनियर बनना है।