परीक्षाफल घोषित होने के वक्त को लेकर रही ऊहा-पोह की स्थिति

दोपहर में दो बजे होनी थी घोषणा, सर्वर डाउन, परीक्षार्थी टेंशन में

फीरोजाबाद : गुरुवार को सीबीेएसई हाईस्कूल का परीक्षाफल घोषित हुआ तो परीक्षार्थियों के चेहरे खिल उठे। सुबह से ही परीक्षार्थी अपने परीक्षाफल को लेकर उत्सुक रहे। अभिभावक भी दफ्तरों से फोन पर रिजल्ट के संबंध में जानकारी करते हुए नजर आए। दोपहर 12 बजे स्कूलों में भी छात्र-छात्राएं नजर आने लगे, लेकिन परीक्षाफल की घोषणा का वक्त बढ़ता जा रहा था। इंटरनेट पर दोपहर दो बजे परीक्षाफल घोषणा संबंधी खबर आई तो परीक्षार्थियों के लिए वक्त काटना मुश्किल हो गया। ढाई बजे करीब साइट खुली, लेकिन सर्वर की धीमी रफ्तार के चलते परीक्षार्थी तीन-साढ़े तीन बजे तक नेट के सामने जमे रहे।

परीक्षाफल देखते ही छात्र-छात्राएं खुशी से उछल पड़े। कंप्यूटर सेंटर एवं सायबर कैफे पर गए परीक्षार्थियों ने जैसे ही रिजल्ट देखा। कुछ ने मार्कशीट की कॉपी हाथ में लेकर घर की दौड़ लगाई तो किसी ने फोन पर अपने घर पर खबर दी। परीक्षार्थी अपने दोस्तों को फोन कर उनके परीक्षाफल की जानकारी करते हुए नजर आए। सर्वर की धीमी रफ्तार के चलते सायबर कैफों पर भी देर तक लाइन लगी रही। किड्स कॉर्नर हैप्पी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पहुंचे छात्रों ने शिक्षकों का मुंह मीठा कराया। विकास उपाध्याय एवं विवेक अग्रवाल ने छात्रों को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। वहीं अमरदीप कॉलेज में छात्र-छात्राओं की सफलता पर डायरेक्टर अनुपम शर्मा ने छात्र-छात्राओं का मुंह मीठा कराया। इस दौरान उप प्रधानाचार्य गौरव आदि उपस्थित थे।

फील्ड में घूम रहे, लेकिन बेटी के रिजल्ट की ¨चता :

बच्चों से ज्यादा उनके माता-पिता रिजल्ट को लेकर उत्सुक नजर आए। एक गांव में घूम रहे विद्युत विभाग के उप खंड अधिकारी को जब रिजल्ट आने की जानकारी हुई तो वह बेटी का रिजल्ट जानने के लिए बेचैन हो गए। उन्होने अपने मोबाइल पर नेट खोला तो मोबाइल पर इंटरनेट काम नहीं कर रहा था। ऐसे में उन्होने परिचितों को फोन मिलाना शुरु कर दिया। जब पता चला बेटी के 9.6 पर्सेंटाइल माक्स़ आए हैं तो उन्होने राहत की सांस ली। दफ्तरों में बैठे हुए अभिभावकों की नजर भी रिजल्ट पर जमी रही।

अब बनाया घूमने का प्रोग्राम :

परीक्षाफल आने के बाद में अब छात्र-छात्राएं घूमने का प्रोग्राम बना रहे हैं। हाईस्कूल की छात्रा मोहिनी कहती हैं परीक्षाफल के इंतजार में अभी तक घूमने भी नहीं गए हैं। अब नानी के यहां पर घूमने जाएंगे। वहीं अन्य छात्र भी अभी तक बाहर जाने के कार्यक्रम को परीक्षाफल के चलते रोके हुए थे। इन्होने भी घूमने जाने की तैयारी की है।