LUCKNOW : सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन सीबीएसई ने बोर्ड एग्जाम 2017-18 की प्रस्तावित डेट घोषित कर दी है। बोर्ड की ओर से जारी सूचना के अनुसार 8 मार्च 2018 से सीबीएसई बोर्ड एग्जाम की शुरुआत होगी। जिसमें सबसे पहला इंग्लिश विषय का पेपर होगा। यह एग्जाम प्रक्रिया 26 मार्च को संस्कृत विषय के लास्ट पेपर के साथ पूरी हो जाएगी। इंटरमीडिएट में कुल 12 विषय हैं जिनके एग्जाम 50 दिन में खत्म होंगे। पिछले साल एग्जाम 37 दिन चले थे। एग्जाम पैटर्न में किए गए बदलावों को समझाने के मकसद से स्टूडेंट्स के लिए मॉक क्वेश्चन पेपर भी जारी किया गया है। इसके आधार पर स्टूडेंट्स तैयारी करें। सीबीएसई से टाइम टेबल जारी होने के साथ ही बोर्ड परीक्षा की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। ज्यादातर स्कूलों में जहां कुछ विषयों का सिलेबस अंतिम चरण में है, तो हिंदी, संस्कृत और अंग्रेजी जैसे सब्जेक्ट का रिवीजन भी शुरू हो चुका है। नई गाइडलाइन के अनुसार अब छोटे और लंबे उत्तर वाले प्रश्नों को शामिल किया गया है।

 

फरवरी के दूसरे वीक से शुरू होंगे प्रैक्टिकल एग्जाम

सीबीएसई ने प्रैक्टिकल एग्जाम फरवरी मंथ के दूसरे वीक से शुरू कराने के आदेश दिए हैं। इस बार बोर्ड की ओर से पहली बार इकोनॉमिक्स विषय में भी प्रैक्टिकल लेने की शुरुआत की गई है। प्रैक्टिकल के मा‌र्क्स दो साल के लिए वैलिड रहेंगे। ऐसे में जो स्टूडेंट्स पिछले साल किसी कारणवश थ्योरी में फेल हुए उन्हें अगले वर्ष प्रैक्टिकल नहीं देना होगा।

 

डेट ऑफ बर्थ में सुधार के लिए मिलेंगे पांच साल

सीबीएसई के स्टूडेंट्स अब अपनी डेट ऑफ बर्थ में सुधार एग्जाम रिजल्ट जारी होने के पांच साल तक करा सकते हैं। पहले यह लिमिट एक साल थी। बोर्ड के एग्जाम कंट्रोलर की ओर से सर्कुलर जारी कर इसकी घोषणा की गई है। सर्कुलर के अनुसार साल 2015 से यह व्यवस्था लागू होगी जो कि 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स के लिए है। नई व्यवस्था में स्टूडेंट, उसके पिता और माता की डेट ऑफ बर्थ में सुधार किया जा सकता है। बोर्ड की ओर से रिवाइज किया गया है कि लिमिटेशन पीरियड में अभी तक रिसीव किए गए मामलों, कोर्ट में चल रहे पेंडिंग केसों देखते हैं