सावधानी

इलेक्ट्रॉनिक गेजेट्स पर रोक लगाने के निर्देश

स्कूलों में स्टूडेंट्स करेंगे इंटरनेट से तौबा

- सीबीएसई ने जारी की गाइडलाइन

- सभी बच्चों पर नजर रखेंगे स्कूल

पारुल सिंघल

मेरठ। बच्चों में बढ़ती ऑनलाइन क्रिमिनल गतिविधियों को सीबीएसई ने गंभीरता से लिया है। बोर्ड ने स्टूडेंट्स के लिए स्कूलों में इंटरनेट से चलने वाले इलेक्ट्रॉनिक गेजेट्स ले जाने पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं। स्टूडेंट्स में बढ़ती इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की लत को देखते हुए सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने स्कूलों को यह निर्देश है।

देनी होगी जानकारी

बोर्ड ने कहा कि स्कूल बच्चों को इंटरनेट के सेफ इस्तेमाल के बारे में समझाएं। उन्हें बताएं कि इंटरनेट पर चल रही बेकार की चीजों को इग्नोर करें। दूसरा स्कूलों को स्टूडेंट्स को यह भी बताना होगा कि बच्चों के लिए इंटरनेट पर कौन सा डेटा सही है और किससे बचना चाहिए।

यह है सीबीएसई के निर्देश

-स्कूल यह तय करें कि स्मार्टफोन, टैबलेट, आईपैड, लैपटॉप जैसे इलेक्ट्रॉनिक गेजेट्स बिना इजाजत स्कूल में नहीं लाए जा सकें

- स्कूली बसों में भी ये सारे इंटरनेट से चलने वाले गेजेट्स प्रतिबंधित रहेंगे।

-स्कूलों को कंप्यूटर लैब में इंटरनेट कंटेंट की समीक्षा करने और छात्रों को लिमिटेड इंटरनेट एक्सेस देने के लिए भी कहा गया है।

-उम्र के हिसाब से छात्रों को वेबसाइट एक्सेस देने और निगरानी रखने के लिए कंप्यूटर लैब में फायर वॉल्स और लाइसेंसी सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करने का निर्देश दिया गया है।

-टीचर्स को स्टूडेंट्स को इंटरनेट के फायदे नुकसान के बारे में भी बताना चाहिए।

बिना इंटरनेट का फोन

सीबीएसई ने स्कूलों को कहा कि स्कूल बस में बच्चों की सेफ्टी के लिए ऐसा फोन उपलब्ध करवाया जाएगा, जिसमें इंटरनेट या डेटा फैसिलिटी न हो। वहीं सीबीएसई ने यह भी कहा है कि इन निर्देशों का पालन न होने पर स्कूलों पर कार्रवाई भी की जा सकती है।

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स्कूल में मौजूद सभी कम्प्यूटर-सॉफ्टवेयर मैकेनिज्म पर निगरानी रखी जा रही है। इंटरनेट पर मौजूद विभिन्न तरह के सामग्री को ब्लॉक की गई है।

-राहुल केसरवानी, सहोदय अध्यक्ष

सीबीएसई का यह अच्छा स्टेप है। बच्चों को साइबर क्राइम से बचाने के लिए स्कूल में बच्चों को बताया जा रहा है।

-मृणालिनी अनंत, प्रिंसिपल, एमपीजीएस

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डिजिटल टेक्नोलॉजी के सुरक्षित उपयोग को लेकर सीबीएसई दिशा-निर्देश जारी किए हैं। गाइडलाइन में बताया गया है कि बच्चों द्वारा इस्तेमाल कर रहे कम्प्यूटर्स को ऐसी जगह रखा जाए, जहां से उन पर नजर रखा जा सके।

-विनीता गुप्ता

राधा गोविंद पब्लिक स्कूल