- स्टेइंग सेफ ऑनलाइन मॉस्टर ट्रेनर प्रोग्राम जल्द शुरु करेगा बोर्ड

- बच्चों की गतिविधियों पर रखी जाएगी नजर

>Meerut । कई बच्चों की जिंदगियां लील चुके ब्लू व्हेल गेम की ड्रा बैक सामने आने के बाद सीबीएसई अब बच्चों के सोशल मीडिया पर नजर रखेगा.ं इस दिशा में बोर्ड ने काम करना भी शुरु कर दिया है। जल्द ही बोर्ड एक सॉफ्टवेयर तैयार करेगा। जो इस दिशा में बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखेगा।

बिगड़ रहा है बिहेवियर

देखने में आ रहा है कि फेसबुक, ट्विटर, फ्लिकर, गूगल+, फोर स्क्वायर, इंस्टाग्राम, पिनस्ट्रेट। आदि का सीधा प्रभाव स्कूल गोइंग बच्चों की लाइफ पर पड़ने लगा हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इससे बच्चों का बिहेवियर लगातार बिगड़ता जा रहा है। मिलेनियम पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल सतीश शर्मा मानते हैं कि इंटरनेट और सोशल मीडिया ने बच्चों को सिक कर दिया है। टेक्नोसेवी होना ठीक है लेकिन इसकी वजह से बच्चों के व्यवहार में काफी नकारात्मक पहलू सामने आ रहे हैं।

प्रोग्राम होगा लांच

बच्चे सोशल मीडिया पर क्या करते हैं, स्कूल टाइम में उनकी क्या गतिविधियां हैं। उनका बिहेवियर क्या है। वे किस तरफ बढ़ रहे हैं, जैसे तमाम पॉइंट्स की ऑनलाइन मॉनीटरिंग कराई जाएगी। वहीं बोर्ड स्कूल टीचर्स के लिए स्टेइंग सेफ ऑनलाइन मास्टर ट्रेनर' प्रोग्राम भी लांच करने जा रहा है। जिसके तहत टीचर्स को ट्रेनिंग दी जाएगी। बोर्ड का मानना है कि इससे काफी पॉजिटिव रिजल्ट्स मिले हैं।

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वर्जन

आजकल बच्चे सोशल मीडिया पर ही एक्टिव रहते हैं.तीसरी-चौथी क्लास के बच्चों को इनके बारे मे न केवल पूरी जानकारी हैं बल्कि उन्होंने अपने अकाउंट भी बनाएं हैं। ऐसे में बच्चों की मॉनीटरिंग होना जरूरी है। अगर अभी भी नहीं जागे तो काफी देर हो जाएगी।

विनीता गुप्ता, प्रिंसिपल, राधा गोविंद पब्लिक स्कूल

सोशल मीडिया पर जो सबसे ज्यादा गौर करने वाली बात है वह यह है कि बच्चे यहां अपने पेरेंट्स या फैमिली मेंबर्स से नहीं जुड़ते। दुनिया भर की गतिविधियों में वह यहां लिप्त हो जाते हैं और सही गलत का उन्हें भान नहीं होता। कई बार बच्चे अब्यूज लैंग्वेज का भी प्रयोग करते हैं।

डॉ। विभा नागर, क्लीनिकल साइकेट्रिस्ट, जिला अस्पताल

सीबीएसई की यह पहल अच्छी है। इससे छात्रों के साथ-साथ पैरेंट्स को भी राहत मिलेगी। अगर बच्चे सोशल मीडिया पर कुछ गलत व्यवहार करते हैं तो उन्हें समय रहते न केवल रोका जा सकता है बल्कि सही राह भी दिखाई जा सकती है।

चंद्रलेखा जैन, प्रिंसिपल, सेंट जोंस सीनियर सेकेंडरी स्कूल