- एसएलपी स्वीकार होने के बाद लंबी चलेगी दोनों की लड़ाई

- अस्वीकार हुई तो वीसी को देनी पड़ेगी रजिस्ट्रार को कुर्सी

- रजिस्ट्रार पहले ही एससी में दाखिल कर चुका है कैविएट

Meerut: सीसीएस यूनिवर्सिटी में चल रही वीसी और रजिस्ट्रार की लड़ाई का अंत होता नहीं दिख रहा है। माना जा रहा है यह तब भी चलेगा जब दोनों इस यूनिवर्सिटी से विदा हो जाएंगे। रजिस्ट्रार को हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी वीसी ज्वाइन नहीं करा रहे हैं। जबकि शासन और कोर्ट ने इनको रजिस्ट्रार मान लिया है। अब वीसी हाईकोर्ट के निर्णय के विपरीत सुप्रीम कोर्ट में याचिका लेकर पहुंच गए हैं। जहां इनकी इस याचिका पर सोमवार को ही सुनवाई होगी। जबकि इससे पहले ही हाईकोर्ट के आदेश को लेकर रजिस्ट्रार मनोज कुमार कैविएट दाखिल कर चुके हैं।

यह है सीन

यूनिवर्सिटी में शासन और कोर्ट द्वारा मान्य रजिस्ट्रार मनोज कुमार चौहान को अब भी उनकी कुर्सी नहीं मिल रही है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी वीसी ने इनको यूनिवर्सिटी में रजिस्ट्रार की कुर्सी देने से इंकार कर दिया। जबकि इनको शासन ने भी रजिस्ट्रार माना है। इससे पहले वीसी सुप्रीम कोर्ट जाते रजिस्ट्रार मनोज कुमार ने पहले ही कैविएट दाखिल कर दी। इसके बावजूद वीसी ने भी एससी में अपनी याचिका दाखिल कर दी है। जिस पर सोमवार को सुनवाई होगी।

कौन रहेगा निर्णय बाकी

वीसी की ओर से हाईकोर्ट के निर्णय के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दायर एसएलपी के स्वीकार होने या नहीं होने पर ही इस मामले में कुछ कहा जा सकता है। अगर एक्सेप्ट हो जाती है तो मामला लंबा चलेगा और जब तक वीसी भी यूनिवर्सिटी से विदा हो जाएंगे। मई में इनका समय पूरा हो रहा है और ये चाहते हैं जब तक रहें मनोज कुमार चौहान को कुर्सी ना दें। इनके जाने के बाद कुछ भी हो। यह भी संभावना है कि वीसी की एसएलपी अगर रिजेक्ट होती है तो मनोज कुमार को इनकी कुर्सी वापस देनी होगी।

कई फंसेंगे

इस मामले में जैसे ही रजिस्ट्रार को कुर्सी मिलती है वीसी के साथ चापलूसी करने वाले कई अधिकारी व कर्मचारियों की गर्दन फंसेगी। यह पहले से ही तय है और इसके चलते कई अधिकारी अपने ट्रांसफर के चक्कर में लगे हुए हैं। वीसी और रजिस्ट्रार फिलहाल अपने निर्णय पर अटके हैं। वीसी रजिस्ट्रार को कुर्सी देना नहीं चाहते और रजिस्ट्रार हैं कि कुर्सी छोड़ना नहीं चाहते। रजिस्ट्रार के लिए यह कुर्सी नहीं बल्कि उनकी जॉब प्रायोरिटी है। जिससे उनको राहत मिलेगी। उनकी नौकरी की समस्याएं भी इस जॉब से जुड़ी हैं।