-एसएसपीजी मंडलीय हॉस्पिटल में दलालों पर नजर रखने के लिए लगाया गया कैमरा बन गया है शोपीस

-न्यू बिल्डिंग में शिफ्ट में हो गई है ओपीडी, अब न्यू बिल्डिंग में उमड़ रहे है दलाल

VARANASI

दलालों पर अंकुश लगाने व कर्मचारियों पर नजर रखने के लिए एसएसपीजी मंडलीय हॉस्पिटल कबीरचौरा में लगाया गया सीसीटीवी कैमरा सिर्फ शोपीस बनकर रह गया है। या यूं कह लें कि निगहबानी कहीं और दलाल कहीं। हॉस्पिटल की गैलरी में चलने वाली ओपीडी ऑर्थो को छोड़कर बाकी सभी ओपीडी अब कार्डियो के सामने बनी न्यू बिल्डिंग में शिफ्ट हो गई है। जबकि एक कैमरा एसआईसी रूम के बाहर लगाया गया था कि दूर तक गैलरी में चल रहे ओपीडी तक नजर रखा जा सके। हालांकि न्यू ओपीडी में सीसीटीवी कैमरा नहीं होने के कारण दलालों की चांदी कट रही है।

आंदोलन से लगा था कैमरा

लास्ट ईयर विभिन्न मांगों को लेकर हॉस्पिटल के कर्मचारियों ने हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन के अगेन्स्ट आंदोलन चलाया था। उसमें एक प्रमुख मुद्दा दलालों का प्रवेश प्रतिबंधित करना था। लिहाजा देर से ही सही लेकिन हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन ने कर्मचारियों के मांगों पर अमल करते हुए जनवरी मंथ में सीसीटीवी लगाया है। एक कैमरा पैथालॉजी तो दूसरा ओटी में लगा है जबकि तीसरा कैमरा कार्यालय में व चौथा कैमरा एसआईसी कक्ष के बाहर लगाया गया है। पांचवां कैमरा इमरजेंसी में लगा है जहां पर ओपीडी के बाद दलालों की सबसे अधिक सक्रियता होती है।

इमरजेंसी के हॉल में लगा है कैमरा

इमरजेंसी वॉर्ड में लगाया गये कैमरा में तो खेल कर दिया गया है। वह भी इसलिए कि आधी रात के बाद इमरजेंसी में तैनात कुछ चिकित्सक वहां से गायब हो जाते है और उनकी जगह पर फार्मासिस्ट मोर्चा संभालते है यदि यहां पर सीसीटीवी कैमरा लग जाता तो उन्हें समस्या हो जाती। इसके अलावा दलालों से होने वाली आमदनी भी बंद हो जाती और नियमों को ताक पर रख कर मरीजों को रेफर भी नहीं कर पाते।

अस्पताल से दलालों का वर्चस्व खत्म हो चुका है। न्यू बिल्डिंग की ओपीडी में भी कैमरा लगाया जाएगा। टेक्निशियन को ऑर्डर दे दिया गया है।

डॉ। सीपी कश्यप

एसआईसी

मंडलीय हॉस्पिटल, कबीरचौरा