आई कंसर्न

- डफरिन व उर्सला परिसर में लगाए गए अधिकतर सीसीटीवी कैमरे मेंटिनेंस न होने से पड़ हैं खराब

- सोर्सेज के मुताबिक, डॉक्टर्स और अधिकारियों के दलाल जानबूझ कर खराब कर देते हैं कैमरे

KANPUR: आप कभी डफरिन या उर्सला हॉस्पिटल आएं तो अपनी सेफ्टी का पूरा ख्याल रखें। यह बात हम आप को इसलिए याद दिला रहे हैं, क्योंकि यदि आप के साथ चोरी, लूट या अन्य कोई घटना होती है तो इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि हॉस्पिटल कैम्पस में लाखों के खर्च से लगवाए गए सीसीटीवी कैमरे आपकी कोई मदद कर पाएंगे। क्योंकि मेंटिनेंस न होने के कारण ज्यादातर कैमरे 'अंधे' हो गए हैं। सूत्र तो यह भी बताते हैं कैमरों को जानबूझ कर खराब कर दिया जाता है और उन्हें सही नहीं कराया जाता। जिससे हॉस्पिटल में होने वाले कारनामे स्टाफ के लिए मुसीबत न बने।

मेंटीनेंस की कमी का रोना

आए दिन हो रही घटनाओं से सीख लेते हुए करीब दो साल पहले डफरिन व उर्सला में सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था की गई थी। लंबा समय बीतने के बाद भी इनकी अनदेखी के चलते इस वक्त अधिकांश कैमरे खराब हो चुके हैं। इस विषय में जब रिलेटेड ऑफीसर से बात की गई तो उन्होंने मेंटीनेंस न हो पाने की बात बताई, जिस कारण कैमरों की दुर्दशा हो गई।

दोनों ओटी के कैमरे बंद

डफरिन व उर्सला के ऑपरेशन थियेटर के एंट्रेंस पर भी एक-एक सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था की गई थी। एडमिनिस्ट्रेशन की मानें तो यह कैमरे ओटी में आए दिन मिल रही वसूली की शिकायतों के बाद लगवाए गए थे। जिससे जरूरत पड़ने पर फुटेज देखकर किसी नतीजे पर पहुंचा जा सके। हॉस्पिटल के सूत्रों की मानें तो ओटी के बाहर लगे कैमरों को डॉक्टर्स के प्राइवेट दलालों ने ही खराब कर दिया, जिससे उनकी करतूत कैमरों में कैद न हो सके।

पर्दा डालते नजर आए जिम्मेदार

उर्सला हॉस्पिटल में सीएमएस डॉ। संजीव कुमार से हॉस्पिटल में लगे सीसीटीवी कैमरों के संबंध में बात की गई तो उन्होंने कैमरे तो ठीक होने की बात नहीं बताई, पर यह जरूर बताया कि हमारे यहां रिकार्डिग होती है। जबकि, सूत्रों की मानें तो हॉस्पिटल में लगे करीब 12 सीसीटीवी कैमरों में से आधे भी काम नहीं करते हैं। इसी तरह डफरिन में भी 12 कैमरों में से सिर्फ पांच के सही होने की बात पर एसआईसी नीता चौधरी ने जल्द ठीक कराने की बात कही।

वरजन-

मेंटीनेंस न होने से कैमरों में कुछ दिक्कत आ गई है। इसके लिए इलेक्ट्रीशियन को बोल दिया गया है। जल्द ही सभी कैमरे ठीक करा लिए जाएंगे।

- नीता चौधरी, एसआईसी, डफरिन।

वरजन-

रिकार्डिग कराई जा रही है। जो कमी हैं, उसे भी दूर कराने को बोल दिया गया है। एलईडी और डीवीआर डायरेक्टर के कमरे में है, इसलिए नहीं दिख्ा सकते।

- डॉ। संजीव कुमार, सीएमएस, उर्सला।

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- उर्सला के 12 कैमरों में 6 कैमरे खराब।

- डफरिन में 12 कैमरों में से 5 कैमरे हुए हुए बंद।

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