उद्योग जगत में चर्चा, कई दिन से जानकारी जुटा रही थी टीम

जिस तरह लैपटॉप लिए कब्जे में, डाला छापा, हैरत में उद्यमी

फीरोजाबाद : सेंट्रल एक्साइज इंटेलीजेंस टीम की कार्रवाई अभी भी जारी है। जिस तरह से टीम द्वारा एक-एक कर छापा मारा जा रहा है, उससे माना जा रहा है इस कार्रवाई के पीछे सटीक 'मुखबिरी' है। कारखाने में कौन सा उत्पाद कहां बन रहा है तथा उसे किस फर्म के द्वारा भेजा जा रहा है, इसका पूरा ब्यौरा टीम जुटाने में जुटी है। इससे समूचे उद्योग जगत में बेचैनी है। इस कार्रवाई का संचालन दिल्ली से बताया जा रहा है तो इसके पीछे कई बड़े चेहरों के होने की चर्चा है, लेकिन इसके साथ में फीरोजाबाद के ही कुछ ऐसे लोगों की इसमें संलिप्तता मानी जा रही है, जिनके पास इससे जुड़ी हर खबर थी।

फीरोजाबाद में शनिवार से शुरु हुई सेंट्रल एक्साइज टीम की कार्रवाई ने कई उद्यमियों की धड़कनें बढ़ाई हैं। शनिवार से जीएम ग्लास से शुरु हुई कार्रवाई के दायरे में हालांकि अभी तक जीएम ग्लास से जुड़े चेहरे ही बताए जा रहे हैं। शनिवार को कई घंटे की कार्रवाई के बाद में मंगलवार को भी टीम फीरोजाबाद में इसी समूह से जुड़े कारखानों में ही रही। बुधवार को भी टीम के फीरोजाबाद में समूह से जुड़े एक व्यक्ति के स्टॉक का रिकार्ड खंगालने पहुंची। पहले दिन से ही इस पूरी कार्रवाई के पीछे सटीक मुखबिरी बताई जा रही है। जिस तरह से पहले दिन टीम ने लैपटॉप के साथ में अन्य अभिलेख कब्जे में लिए तथा एक पार्टनर के घर तक पहुंची। उससे माना जा रहा है टीम को उद्योग से जुड़े हर पहलू की खबर थी। कहां पर कौन सा दस्तावेज हैं। यह बगैर जानकारी के संभव नहीं है। सूत्र तो यह भी बताते हैं टीम के हाथ में कुछ बकाएदारों की सूची भी हाथ लगी है।

हालांकि इस टीम की कार्रवाई के संबंध में स्थानीय स्तर पर कोई भी कुछ भी बताने से इनकार कर रहा है तो बाहर से आने वाले अफसर भी किसी से बात नही कर रहे। उनके द्वारा कर्मियों एवं अन्य लोगों के बयान लेने की कार्रवाई की जा रही है। उद्योग जगत में चर्चा है दिल्ली के आला अफसरों के निर्देशन में यह पूरी कार्रवाई की जा रही है। इस पूरी कार्रवाई के पीछे कहीं न कहीं बोतल की प्रतिद्वंदिता भी सामने आ रही है। वहीं एक फर्म के सेंट्रल एक्साइज के निशाने पर आने के बाद में अन्य फर्म भी सचेत हो गई हैं।