- पक्ष-विपक्ष दोनों ने बनाई अपनी-अपनी रणनीति

- दोनों तरफ के गुटों की तेज हो गई गोलबंदी

PATNA: अब क्म् जुलाई को तय होगा कि मेयर अफजल इमाम मेयर रहेंगे या जाएंगे। उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए विशेष बैठक क्म् जुलाई को बुलाई है। इसी के साथ दोनों तरफ के गुटों की गोलबंदी तेज हो गई है। मेयर विरोधी इस बार अपनी चाल चूकना नहीं चाहते हैं। पिछली बार एक वोट से बाजी पलट गई थी।

दिया जा रहा पैसों का लालच

सशक्त समिति की सदस्य आभालता ने कहा कि पूर्व मेयर कृष्ण मुरारी यादव हमारे अभिभावक हैं। उनके निर्देशन में ही हम सब काम कर रहे हैं। विपक्ष पर उन्होंने आरोप लगाया कि सिर्फ बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं। ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव कैसे जीतेंगे? आरोप लगाया कि पार्षदों को मेयर के खिलाफ वोट देने के लिए पैसों का भी लालच दिया जा रहा है।

मेयर को हटाना एकसूत्री कार्यक्रम

दूसरी तरफ पूर्व उप महापौर विनय कुमार पप्पू की मानें तो मेयर की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। इस बार उनका जाना तय है। आज पार्षद अर्चना राय के घर महिला पार्षदों की बैठक हुई। बैठक में ख्म् महिला पार्षद शामिल हुईं। सभी ने संकल्प लिया कि इस बार मेयर अफजल इमाम को कुर्सी से हटाना है। वार्ड पार्षद दीपक चौरसिया ने कहा कि हम सभी लोग एकजुट होकर मेयर को परास्त करेंगे। पटना को बेहतर बनाने के लिए ये हमारा एकसूत्री कार्यक्रम है।