- रामलीला मैदान में नृत्य की विभिन्न विधाओं की परफॉरमेंस ने दर्शकों का जीता दिल

LUCKNOW: चैती महोत्सव में थर्सडे को रामलीला मैदान के मंच पर समस्त भारत की संस्कृति अवतरित हो गई। इस अवसर पर मशहूर नृत्यांगना विशु बाजपेई ने नृत्य नाटिका के माध्यम से मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया। इतना ही नहीं, चैती महोत्सव में घूमर नृत्य, मारवाड़ी, कठपुतली और कालबेलिया नृत्य में एक से बढ़कर एक परफॉरमेंस ने लखनवाइट्स का दिल जीत लिया।

भजनों की बही बहार

इससे पूर्व दीपक त्रिपाठी के भजन से अवध के पारम्परिक गीतों ने समा बांधा। उन्होंने मई के दुधवा जैसी दूसर मिठाई न मिली जैसे भजनों को गाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम के अंत में कोलकाता से आए भास्कर ग्रुप ने बुजुर्गो पर अत्याचार एवं तिरस्कार को नाटक के माध्यम से मंचित किया। समाज में बढ़ रहे भ्रष्टाचार पर व्यंग के जरिए आईना दिखाने का प्रयास किया गया। नाटक के जरिए संदेश दिया गया कि बुजुर्ग माता-पिता को सम्मान मिलेगा तभी भारत विश्व गुरु का दर्जा पाने में दोबारा सफल होगा।