RANCHI : रामलखन सिंह यादव कॉलेज में स्टूडेंट्स के पैसे गबन किए जाने का मामला सामने आया है। कालेज में चल रहे आडिट के दौरान पैसों की हेरा-फेरी की बात सामने आई है। इस बाबत कालेज की प्रिंसिपल डॉ एम आर्या ने जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया है। वहीं स्टूडेंट्स के एडमिट कार्ड पर भी रोक लगा दी गई है। जांच के बाद रिपोर्ट आने पर स्टूडेंट्स को एडमिट कार्ड जारी किया जाएगा।

ऑडिट में सामने आया मामला

बीसीए और पार्ट थर्ड के स्टूडेंट्स ने चालान के माध्यम सें एग्जामिनेशन फीस भरा और फार्म जमा कर दिया। ऑडिट के दौरान जब बैंक से पैसों के बारे में पूछा गया तो बैंक ने पैसे मिलने की बात से इनकार कर दिया। इसके बाद स्टूडेंट्स के पैसे गायब होने का मामला सामने आया।

चालान पर थी बैंक की मुहर

स्टूडेंट्स ने ग्रेजुएशन का एग्जामिनेशन फीस चालान के माध्यम से कॉलेज में जमा किया। चालान पर बैंक की मुहर भी थी। इसके बावजूद पैसे बैंक में जमा नहीं किए गए। आडिट के दौरान यह मामला सामने आया। कितने स्टूडेंट के पैसे का गबन हुआ है इस बात की जानकारी अभी नहीं मिली है।

जांच के बाद मिलेगा एडमिट कार्ड

बीसीए और ग्रेजुएशन पार्ट थर्ड का एग्जाम होने वाला है। इसी को लेकर स्टूडेंट्स ने एग्जामिनेशन फार्म भरा था। इस मामले में प्रिंसिपल ने स्टूडेंट्स से अपना आईकार्ड और चालान की कॉपी कॉलेज में जमा कराने को कहा है। इस मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी। चालान की कॉपी दिखाकर बैंक से पेमेंट की जानकारी ली जाएगी। अगर बैंक को पैसे मिले है, तभी स्टूडेंट्स को एडमिट कार्ड जारी किया जाएगा।

वर्जन

शुरुआत में ही यह मामला सामने आया है। इसकी जानकारी यूनिवर्सिटी को दे दी गई है। कॉलेज में जांच कमेटी का गठन कर दिया गया है जो इस मामले की जांच कर रिपोर्ट यूनिवर्सिटी को सौंपेगी।

डॉ.एम आर्या, प्रिंसिपल, रामलखन सिंह यादव कॉलेज