शिक्षा सत्र को पटरी पर लाने की बड़ी चुनौती

इस बार 139 दिन में टीचर्स पूरा करेंगे कोर्स

आई स्पेशल

- यूपी बोर्ड में जुलाई से शुरू होगा सत्र

- चुनाव के कारण इस बार सेशन लेट

मेरठ। यूपी बोर्ड में इस बार शैक्षणिक सत्र लेट शुरू होगा। जिसका सीधा असर छात्रों की पढ़ाई पर पड़ेगा। दरअसल, चुनाव के कारण यूपी बोर्ड का शेड्यूल बिगड़ गया है। वहीं, अभी भी कम हुए शैक्षणिक सत्र सत्र को लेकर कोई विशेष तैयारी नहीं की है।

सेशन का समय होगा कम

यूपी बोर्ड में सेशन को लेकर इस बार शासन ने जुलाई से शुरुआत का निर्देश दिया है। ऐसा चुनाव के कारण ही किया गया है। दरअसल, चुनाव के चलते इस बार बोर्ड एग्जाम भी लेट हो गए। जिस कारण इस बार का सत्र लेट हो गया। अब यह महज नौ महीने का होगा। उधर आधा साल छुट्टियों के चलते काफी समय वैसे ही खराब जाएगा। जिसके चलते इसबार पढ़ाने के लिए नौ महीने मिल पाना भी मुश्किल हो जाएगा।

ऐसे मिलेगा कम समय

- 170 दिन की सरकारी छुट्टियां होती है 365 दिन में

- 48 संडे का रहेगा अवकाश

- 226 दिन रहेगी पूरे सत्र में कुल छुट्टियां,

- 139 दिनों में ही हो सकेगी पढ़ाई

क्या है बच्चों की मुश्किल

- पहले ही सिलेबस अधूरा है, इस बार सलेबस पूरा करने में पहले से भी कम मिलेगा समय।

- जल्दबाजी में खराब होगी शिक्षण प्रणाली पर भी पड़ेगा असर

- बच्चों का बेस होगा कमजोर, रिजल्ट पर पड़ेगा नेगेटिव असर।

क्या कहते है प्रिंसिपल्स

सत्र लेट होने के साथ ही अगला सत्र अप्रैल में शुरु होगा, ऐसे में इसबार पढ़ाने के लिए समय कम मिलेगा जो चिंता का विषय है।

बीबी बंसल, प्रिंसिपल, एसडी सदर

इस बार पढ़ाने के लिए समय कम है, इसके साथ ही छुट्टियां भी होंगी। ऐसे में सिलेबस को पूरा करना मुश्किल होगा।

-डॉ। नीरा तोमर, प्रिंसिपल, श्री मल्यू सिंह कन्या इंटर कॉलेज मटौर

कहीं न कहीं इसका असर एजुकेशन सिस्टम के लेवल पर पढ़ेगा। इस साल रिजल्ट पर भी नेगेटिव असर पढ़ सकता है। जोकि चिंता की बात है।

-पोपट, प्रिंसिपल, सर्वोदय इंटर कॉलेज, मवाना