- सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने फिर साधा योगी और मोदी पर निशाना

- दोनों जगह सरकार तो यूपी को मिलना चाहिए ज्यादा बजट

- कहा, राष्ट्रीय पार्टी बनने तक जारी रहेगा सपा का संघर्ष

LUCKNOW :

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि रंग बदलने से विकास नहीं होता। सरकार पिछले दस महीने के कार्यकाल की कोई एक योजना बताए जो उसने खुद शुरू की हो। सपा सरकार द्वारा कराए गये कामों का दोबारा उद्घाटन करके सरकार समय न गवाएं, अब तो दोनों जगहों पर भाजपा की सरकार है। कम से कम अब तो यूपी के लिए केंद्र सरकार से ज्यादा पैसा मिलना चाहिए। वादा तो लाखों नौकरियां देने का किया था, विज्ञापन हजारों के निकल रहे हैं। दरअसल यह सरकार सिर्फ सपा सरकार के कामों की जांच कराना चाहती है, विकास नहीं।

एक बार और करें नोटबंदी

अखिलेश ने नोटबंदी और जीएसटी पर फिर निशाना साधते हुए कहा कि नोटबंदी से भ्रष्टाचार खत्म होने की बात कहने वालों को एक बार फिर नोटबंदी कर देनी चाहिए। इससे भ्रष्टाचार पूरी तरह खत्म हो जाएगा। अब सब जान चुके हैं कि यह सरकार जाति, धर्म और समाज में जहर घोलने की कवायद के बाद बनी है। हैरत की बात है कि देश की सबसे बड़ी पार्टी सर्दी में बच्चों को स्वेटर नहीं बांट सकी। इसके करोड़ों सदस्य खुश होते तो शायद स्वेटर मिल भी जाता। हमने समाजवादी पेंशन देकर इसकी व्यवस्था की थी। सरकार अब भी कैबिनेट बुलाकर अगर इसे दोबारा शुरू करके महिलाओं को 500-1000 रुपये बांट दे तो तमाम माताएं अपने बच्चों के लिए स्वेटर खरीद लेंगी। अगर सही नीयत से बांटना ही है तो लंबी टेंडर प्रक्रिया की जरूरत ही क्या है। जो सरकार स्वेटर नहीं दे सकती उससे क्या उम्मीद की जा सकती है। हकीकत यह है कि बच्चों का खाना बंद करके स्वेटर बांटने की योजना लाई गयी है। हमने अक्षयपात्र योजना शुरू की थी जिसे बंद कर दिया गया। वहीं डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य द्वारा स्वेटर दिए जाने के बयान पर कहा कि वह तो बैकवर्ड हैं, उन्हें फारवर्ड काम करने चाहिए।

कई बार चला चुके रथ

अखिलेश ने कहा कि मैं यूपी में कई बार रथ चला चुका हूं। कई जिलों में साइकिल भी चलाई है। अब हमारा लक्ष्य सपा को राष्ट्रीय बनाना है। इसके लिए मैं यात्राएं भी करूंगा। जिन लोगों से हमारा मुकाबला है, उनसे लड़ने को विपक्ष का साथ लेने की कोशिश भी करेंगे। जनता को भी भगवा से क्रीम रंग करने वालों से सावधान रहने की जरूरत है। मैंने कल भी ईवीएम के मुद्दे पर सभी दलों के नेताओं को बुलाया था ताकि आम सहमति बन सके। मैं खुद भी इंजीनियर हूं, तकनीक के बारे में जानता हूं। लेकिन इसी देश में जब आधार कार्ड बनाने की सुरक्षित प्रकिया में सेंध लग सकती है तो ईवीएम का परीक्षण भी होना चाहिए।

लागू करें गुजरात मॉडल

वहीं आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर टोल लगाने के बारे में अखिलेश ने कहा कि गुजरात की तरह यहां भी टोल को खत्म करना चाहिए। हमने तो अफसरों से कहा था कि बीस लाख रुपये से कम कीमत वाली गाडि़यों से टोल नहीं लेना है। ये सरकार तो मोटरसाइकिल वालों को भी नहीं बख्शना चाहती है। साइकिल वालों को तो एक्सप्रेस वे पर जाने की इजाजत ही नहीं होगी। ये तो जनेश्वर मिश्र पार्क में भी दस रुपये की टिकट लगाने जा रहे हैं। ये गरीब की जेब के दस रुपये भी नहीं छोड़ेंगे। हमारी सरकार बनी तो पूर्वाचल एक्सप्रेस वे पर टोल नहीं लगेगा।

आत्महत्या छिपा रही सरकार

अखिलेश ने आरोप लगाया कि सरकार किसानों की आत्महत्या के मामले छिपा रही है। आलू खरीदा ही नहीं गया तभी तो राजधानी तक आ गया और पुलिस सोती रह गयी। अब नया आलू आने वाला है, उसके लिए भी कोई इंतजाम नहीं है। किसानों को धान और गन्ने की कीमत तक नहीं मिली। ये जरूर सुना है कि सैफई की तर्ज पर गोरखपुर महोत्सव होने जा रहा है।

बटन नहीं दबा सके सीएम

नोएडा मेट्रो के उद्घाटन पर अखिलेश ने कहा कि हम तो झंडी नहीं दिखा सके, लेकिन टीवी पर देखा कि सीएम योगी को भी बटन दबाने का मौका नहीं मिला। यह नोएडा जाने का पहला असर है। बाकी असर दिखना अभी बाकी है। पीएम पर भी निशाना साधते हुए बोले कि अब तो दोनों लोग नोएडा पहुंच गये, हमारे लिए तो यह अच्छा है।