छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : स्कूली वैन में ओवरलोडिंग के खिलाफ प्रशासन ने अभियान तेज कर दिया है। गुरुवार की सुबह से ही सभी स्कूलों के आसपास अभियान चलाकर 131 ऑटो व वैन जब्त किए गए। डीसी डॉ अमिताभ कौशल के निर्देश पर परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस ने अभियान चलाया। ऑटो और वैनों में सीटिंग कैपिसिटी से अधिक बच्चों को बैठाने, सुरक्षा में लापरवाही और अनफिट वाहनों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। अभियान का नेतृत्व ट्रैफिक डीएसपी विवेकानंद ठाकुर ने किया।

बच्चों को रास्ते में छोड़ भागे

अभियान को देखकर ऑटो और वैन चालकों को बच्चों को स्कूल के पहले ही उतार दिया। ड्राइवरों ने पैरेंट्स को इसकी सूचना भी कि कार्रवाई चल रहा है इसलिए बच्चों को स्कूल तक नहीं पहुंचा सकते हैं।

छुट्टी के वक्त हुई परेशानी

छुट्टी के वक्त ज्यादातर ऑटो और वैन चालक बच्चों को लेने नहीं आए। इससे पैरेंट्स को थोड़ी परेशानी हुई। हालांकि पैरेंट्स का कहना है कि बच्चों की सुरक्षा को लेकर ऑटो वाले हमेशा लापरवाही करते हैं। पैसा तो पूरा लेते हैं लेकिन सुरक्षा में कोताही बरतते हैं, लिहाजा बच्चों के साथ एक्सीडेंट होता है।

स्कूली वैन में बढ़ रहे हादसों के बाद कार्रवाई तेज

बीते 30 जून को केरला पब्लिक स्कूल(केपीएस)बर्मामाइंस का स्टूडेंट मृत्युंजय वैन की मौत वैन की चपेट में आने से हो गई थी। घटना उस वक्त की है जब वैन उसे कीताडीह स्थित घर छोड़ने जा रहा था। मृत्युंजय ड्रॉप करने के वक्त ही वैन की चपेट में आ गया था। टीएमएच में उसकी मौत हो गई थी।

वैन नहीं चलाने की घोषणा की

वैन और ऑटो चालकों ने शुक्रवार से वाहनों का परिचालन नहीं करने का ऐलान किया है। यह घोषणा वैन चालकों ने डीसी ऑफिस में प्रदर्शन के बाद की। स्कूली वाहन पकड़ने के विरोध में चालकों ने डीसी ऑफिस के समक्ष प्रदर्शन किया। चालकों ने डीसी और एसएसपी के नाम ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई रोकने की मांग की है।

एक तो चोरी उपर से सीना चोरी

पैरेंट्स का कहना है कि एक तो ऑटो चालक ओवरलोडिंग करते हैं ऊपर से कार्रवाई शुरू होने पर हड़ताल की चेतावनी देते हैं। किराया भी कम नहीं लेते हैं। उसके बाद भी ऑटो में ओवरलोडिंग करते हैं। पैरेंट्स का कहना है कि प्रशासन का कार्रवाई उचित है।

नियम भी फॉलो कराए प्रशासन

जमशेदपुर अभिभावक संघ के अध्यक्ष डॉ उमेश ने कहा कि कार्रवाई के साथ-साथ प्रशासन रूल्स फॉलो कराए। दोबारा लापरवाही पाए जाने की स्थिति में वाहन चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस कैंसिल किया जाय। बच्चों की सुरक्षा के मामले में प्रशासन का अभियान सराहनीय है।

प्रशासन की ओर से जारी सीटिंग कैपिसिटी

परिवहन विभाग की ओर से स्कूली वैन में सीटिंग कैपिसिटी जारी किया गया है। ऑटो में सात और वैनों में 12 बच्चे बैठाने की अनुमति दी गई थी। इससे अधिक बैठाने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी। कुछ दिन पहले कार्रवाई भी हुई थी। लेकिन ऑटो चालकों की हड़ताल के कारण कार्रवाई को रोकना पड़ा था। इसके बाद डीसी ने सभी ऑटो और वैन चालकों को सीटिंग कैपिसिटी के साथ बच्चों की सूची, उनका पूरा ब्यौरा और स्कूल का नाम आदि उपलब्ध कराने को कहा था। हालांकि कुछ ऑटो चालकों नें बच्चों की संख्या के साथ सूची सौंपी है।

स्कूली वैन एक्सीडेंट पर एक नजर

6 मई को आरवीएस एकेडमी के तीन ग‌र्ल्स स्टूडेंट वैन की डिक्की से गिरकर घायल हो गई थीं। 22 अप्रैल को जेल चौक साकची के पास स्कूल ऑटो से गिरकर एक बच्ची घायल हो गई थी। 16 फरवरी को काशीडीह हाई स्कूल में पढ़ने वाले 3 बच्चे घायल हुए थे। 30 जून को वैन की चपेट में आकर केपीएस के स्टूडेंट मृत्युंजय कुमार की मौत हो गई थी।