- रविवार को भी खुला रहा आरटीओ, 280 स्कूल बसों की हुई जांच
- अभियान में शामिल ना होने वाली बसों पर कार्रवाई करेगा आरटीओ
GORAKHPUR: एटा में स्कूल बस हादसे के बाद जागे जिला प्रशासन के महाअभियान में जिले की लगभग 1000 स्कूल बसों में से आधी ही शामिल हुईं। दो दिन तक चले आरटीओ के अभियान में रविवार शाम तक 530 स्कूली बसों की बारीकी से जांच की गई। वैसे, स्कूल्स बंद होने की वजह से आरटीओ की टीम सड़कों पर कार्रवाई नहीं कर सकी। वहीं, इस अभियान में शामिल नहीं हुईं बसों पर कार्रवाई करने की तैयारी में आरटीओ लगा है।
जिले में कुल 1000 स्कूल बसें
आरटीओ के मुताबिक यहां छोटी-बड़ी मिलाकर कुल करीब 1000 से अधिक स्कूल बसें रजिस्टर्ड हैं। एटा में हुए हादसे के बाद बसों की फिटनेस आदि की जांच करने के लिए जिला प्रशासन ने एक दिन के लिए स्कूल्स बंद करने का आदेश दिया था। शासन के निर्देश पर चलाए गए इस अभियान में आधी बसों के शामिल न होने से अधिकारियों के माथे पर बल पड़ गया है। ऐसे में अब आरटीओ इन बसों के डॉक्युमेंट्स और डिटेल खंगाल रहा है।
क्यों नहीं आईं बसें
आरटीओ के जानकारों का मानना है कि इस अभियान में शामिल नहीं होने वाली बसों की वजह उनमें बड़ी कमियां ही हैं। लेकिन अधिकारियों ने इसके लिए कमर कस ली है। अधिकारियों का कहना है कि ऐसी सभी बसों को चिन्हित किया जा रहा है और जल्द ही इनकी जांच कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह हुई जांच
- रविवार को की गई कुल 280 बसों की जांच
- अधिकांश में पाई गईं छोटी-मोटी कमियां
- छोटी कमियों को विभाग ने तत्काल कराया दुरुस्त
- फायर एक्सटिंग्युशर में कराई गई गैस की रिफिलिंग
- ड्राइवर्स का लिया गया टेस्ट, सिखाया गया फायर एक्सटिंग्युशर चलाना
- बसों पर अंकित कराए गए ड्राइवर व स्कूल प्रबंधन के मोबाइल नंबर
- ड्राइवर्स के लाइसेंस व अनुभव की भी की गई बारीकी से जांच
- फर्स्ट एड बॉक्स आदि की भी की गई जांच, रखवाई गई जरूरी दवाएं
- जांच में बड़ी कमियां मिलने वाली बसों पर होगी सख्त कार्रवाई
वर्जन
दो दिन तक आरटीओ की ओर से चलाए गए अभियान में 530 बसों की जांच की गई। छोटी-मोटी कमियों को तत्काल दुरुस्त कराया गया और जरूरी जानकारी भी दी गई। अभियान में शामिल नहीं होने वाली बसों को चिन्हित कर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। यह अभियान लगातार जारी रहेगा।
- राकेश सिंह, आरटीओ एनफोर्समेंट