सफलता का काई शार्टकट नहीं

- सिटी में आयोजित एक कार्यक्रम में शरीक हुए पांच बार चेस के व‌र्ल्ड चैम्पियन बनने वाले विश्वनाथन आनंद

- शतरंज के फैंस को बताए टिप्स, व‌र्ल्ड चैम्पियनशिप में हारने का मलाल

LUCKNOW: कोई उनके साथ फोटो खिंचवा रहा था तो कोई उनका ऑटोग्राफ लेने के लिए बेकरार नजर आया। हो भी क्यों न जब शख्स ही ऐसा हो। पांच बार व‌र्ल्ड चेस चैम्पियनशिप पर कब्जा करने विश्वनाथन आनंद को सामने देखकर लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। शतरंज के इस बादशाह ने भी किसी को निराश नहीं किया। फैंस को ऑटोग्राफ दिए तो अपने प्रशंसकों के साथ फोटो भी खिंचवाई। शतरंज की दुनिया के बादशाह विश्वनाथन आनंद मंगलवार को सिटी में एनआईआईटी के एक प्रोग्राम में हिस्सा लेने पहुंचे थे।

आज भी मलाल है

यहां उन्होंने बताया कि पांच बार व‌र्ल्ड चैम्पियन बनने के बाद हार का आज भी उन्हें उतना ही मलाल है जितना एक सामान्य टूर्नामेंट हारने के बाद होता है, लेकिन इससे वह निराश कतई नहीं है। इसके चलते एक बार फिर से मैग्नस कार्लसन के साथ होने वाले मुकाबले के लिए खासी तैयारी कर ली है। उन्होंने कहा कि इस बार पिछले मुकाबले वाली गलतियां नहीं होंगी। उन्होंने कहा कि सफलता पाने का कोई शॉर्टकट नहीं अपनाया। सिर्फ शतरंज खेलते-खेलते यहां तक पहुंचा। यहां तक घर में सफर में कहीं भी रहूं, लेकिन चेस बंद नहीं होता था।

राजनीति पर सोचा नहीं

राजनीति में आने के मामले को लेकर उन्होंने कहा कि इस बारे में कभी नहीं सोचा है। फिलहाल वे राजनीति में आना भी नहीं चाहते हैं। कैफ और अजहरुद्दीन के राजनीति के आने में बारे में उन्होंने जानकारी होने से इंकार कर दिया। भारत रत्न के मामले में उन्होंने कहा कि मैंने इस बारे में कभी नहीं सोचा कि मैं इसका हकदार हूं। न ही मैंने उसके लिए कभी कोई दावेदारी प्रस्तुत की है। यह उसी को मिला जो इसका हकदार था। मुझे इस बारे में कुछ नहीं कहना।

जितना खेलोगे, उतना निखरोगे

बच्चों को इस फील्ड में कॅरियर के बारे में उन्होंने बताया कि जितना खेलेंगे, उतना परफेक्ट होंगे। और कोई शार्टकट इस गेम में कोई नहीं है। यहां पर इसके प्रमोशन के लिए उन्होंने सुझाव दिया कि स्कूल लेवल से बच्चों को चेस की ट्रेनिंग दी जाए। उन्होंने कहा कि शतरंज के लिए उनके माइंड कई प्रोजेक्ट हैं लेकिन इस पर अभी अमल नहीं किया है। खेल से फुर्सत मिलने पर अपने प्रोजेक्टस पर भी काम शुरू करुंगा।