- चेतमणी ज्वेलर्स के यहां 30 घंटे तक चली इनकम टैक्स की छापेमारी में व्यापारी ने कबूली 21 करोड़ की टैक्स चोरी की बात

- लोगों की प्रॉपर्टी और गहने भी गिरवी रखने का काम करता था कारोबारी, विभाग को मिले आठ करोड़ से ज्यादा के प्रॉपर्टी के दस्तावेज भी

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नोटबंदी के दौरान बैंक खातों में 20 करोड़ रुपये से अधिक जमा करने के बाद भी कारोबार में में घाटा दिखाने वाले चेतमणि आर्नामेंट्स प्रा। लि। के संचालक ने करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी की है। इस बात का खुलासा आयकर विभाग की सर्च एवं सीजर कार्रवाई में हुआ है। कारोबारी के आवासों और प्रतिष्ठानों पर चली 30 घंटे तक की छापेमारी की कार्रवाई में आभूषण कारोबारी ने 21 करोड़ रुपये से अधिक की कर चोरी की बात स्वीकारी है। छापेमारी के दौरान 30 करोड़ से अधिक की चल-अचल सम्पत्ति का भी खुलासा हुआ है। आयकर अधिकारियों ने आभूषण कारोबारी के छह लॉकरों को भी सीज कर दिया है। शनिवार को लॉकरों की जांच की जाएगी। इन लॉकरों मे भी करोड़ों रुपये के सोने-चांदी व डायमंड भरे होने का अनुमान है। गुरुवार से शुरू हुई छापेमारी की कार्रवाई शुक्रवार को दोपहर तक चलती रही।

दस प्रतिष्ठानों पर हुई थी रेड

चेतमणि ज्वेलर्स की तरफ से नोटबंदी के दौरान विभिन्न बैंकों की शाखाओं में 20 करोड़ से ज्यादा की नगदी जमा करने के बावजूद कारोबार में घाटा दिखाना महंगा पड़ गया। पुख्ता सबूत जुटाने के बाद आयकर विभाग के अफसरों ने एक साथ कारोबारी के आवासों और प्रतिष्ठानों पर गुरुवार को छापेमारी की। व्यापारी ने 21 करोड़ की अघोषित आय स्वीकार करते हुए इसे अदा करने के लिए मोहलत मांगी है। जांच के दौरान कई अहम दस्तावेज मिले हैं, जिसे देखकर आयकर अधिकारी चौंक गए थे। आयकर विभाग के अपर निदेशक जांच अभय ठाकुर के नेतृत्व में कारोबारी के वाराणसी और मुगलसराय स्थित 10 प्रतिष्ठानों व आवासों पर हुई कार्रवाई हुई थी। जांच में पता चला है कि कारोबारी ने आठ करोड़ से अधिक प्रॉपर्टी में भी निवेश किया है।

गिरवी रखे गहने भी मिले

आयकर विभाग की ऑपरेशन क्लीन नोट अभियान के तहत छापेमारी के दौरान आयकर विभाग को गहनें और जमीन के दस्तावेज भी मिले हैं। बरामद गहनों में बहुत से गहने गिरवी रखे हुए हैं। आयकर सूत्रों का कहना है कि आभूषण कारोबारी बिजनेस की आड़ में लोगों से गहने और जमीन गिरवी रखने का भी धंधा करता है। गिरवी रखे सभी गहनें व जमीन के दस्तावेजों को सीज कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि कारोबारी के यहां से पांच लाख के ऊपर की चीजें गिरवी रख पैसा लेने वालों की भी जांच विभाग करेगा।