- चुनावों में जनता का सहारा लेंगे हरीश रावत

-अगली बार मजबूत सरकार का दिलाया भरोसा

DEHRADUN: उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगने के बाद निवर्तमान सीएम हरीश रावत ने केंद्र सरकार को इस पूरे घटनाक्रम का जिम्मेदार ठहराया है। सीएम ने इसे लोकतंत्र और उत्तराखंड की जनता के अरमानों का कत्ल बताया है। सीएम ने कहा कि जिस सरकार को सोमवार को विधानसभा के पटल पर अपना बहुमत साबित करना था केंद्र ने इससे ख्ब् घंटे पहले ही उसे बर्खास्त कर दिया। उन्होंने कहा कि अगर नरेन्द्र मोदी और अमित शाह ये समझ रहे हैं कि उन्होंने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए हरीश रावत का सर कलम किया है तो उन्हें गलत फहमी है। उन्होंने कहा कि केंद्र ने प्रदेश को कुछ समय के लिए विकास के कामों के लिहाज से बैकफुट पर लाकर खड़ा कर ि1दया है।

जनता दरबार में जाएंगे हरदा

राष्ट्रपति शासन लगने के बाद मीडिया से बात करते हुए हरीश रावत ने कहा कि वे जनता के बीच जाकर बीजेपी के इस पूरे षड़यंत्र के बारे में बताएंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र ने पहले से ही सरकार गिराने की तैयारी कर ली थी। हरीश रावत ने इस दौरान केंद्र सरकार से मिलने वाले बजट पर भी सवाल खड़ा करते हुए बताया कि केंद्र से राज्य को मिलने वाले बजट में इस बार जनाबूझकर कटौती की गई थी। उसके बाद विधानसभा में जो आखिरी बजट कांग्रेस ने पेश किया है जिसमें गंगा, गांव, गन्ना, गाय पर विशेष ध्यान रखा गया था, उसके बाद से ही बीजेपी सरकार को गिराने की तैयारी कर रही थी।

हजार करोड़ में की गई डील

हरीश रावत ने बीजेपी पर निशान साधते हुए कहा कि कांग्रेस के जिन बागी विधायकों को बीजेपी ने अपने खेमे में शामिल किया है उनकों भ्00 से एक हजार करोड़ में सौदा तय किया गया था। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जब बीजेपी के पास विधायक कम पड़ने लगे तो केदारनाथ, खानपुर, जसपुर, रायपुर के हर एक विधायक की ख्भ् करोड़ से ज्यादा की डील की गई। इसमें सीधे तौर पर एक पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे ने सक्रिय भूमिका निभाई है। सीएम हरीश रावत ने अपने बयानों में प्रदेश में अगली सरकार होने का पूरा भरोसा दिलाया है। ----------------

ये हरीश रावत का सरकलम नहीं हुआ बल्कि पूरे प्रदेश की जनता के अरमानों का केंद्र सरकार ने सरकलम किया है। चुनावों में जनता इसका जवाब देगी।

हरीश रावत, निवर्तमान मुख्यमंत्री