- समीक्षा बैठक के बाद किया सदर तहसील सहित शिल्पग्राम का निरीक्षण

आगरा। अपर मुख्य सचिव प्रशासनिक सुधार व जनपद के नोडल अधिकारी शम्भूनाथ शुक्ला ने शुक्रवार को विकास भवन में अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जनता के बीच जाकर विकास कार्यो की सच्चाई परखें। उन्होंने कहा कि विकास कार्यो की असलियत जनता के बीच जाकर देंगे।

अभी और है सुधार की गुंजाइश

बैठक में अपर मुख्य सचिव ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि जो हकीकत है वहीं बताएं, अगर निरीक्षण के दौरान उससे उलट कुछ मिला तो संबंधित अधिकारी के खैर नहीं है। उन्होंने कहा कि तहसील समाधान दिवस में आने वाली शिकायतों का निस्तारण तो हो रहा है, लेकिन अभी और सुधार की गुंजाइश है। गुणवत्ता बनानी होगी। हमें यह निश्चित करना होगा कि शिकायतकर्ता शिकायत के समाधान के बाद संतुष्ट हुआ है या नहीं। यह भी निश्चित करना होगा कि एक शिकायत को लेकर उसने तहसील के कितने चक्कर काटे। अगर बार बार चक्कर काटने के बाद शिकायत का निस्तारण हुआ है तो यह स्थिति ठीक नहीं है। एक बार की शिकायत पर ही समस्या का समाधान किया जाना सुनिश्चित किया जाए। शिकायत कर्ता से फोन पर बात की जाए।

सदर का किया बारीकी से निरीक्षण

बैठक के बाद वे सदर तहसील पहुंचे। उन्होंने प्रत्येक पटल पर जाकर जांच पड़ताल की। कोर्ट की कार्रवाई से लेकर तहसील दिवस में आने वाली शिकायतों के मेंटेन से लेकर उनके निस्तारण का तौर तरीका भी परखा। उन्होंने जिलाधिकारी गौरव दयाल को निर्देश दिए हैं कि वे सदर तहसील को जिले की मॉर्डल तहसील के तौर पर विकसित करें, ताकि जनपद की अन्य तहसील भी वैसा ही कर सकें। निरीक्षण के दौरान वे सदर तहसील में प्रत्येक पटल और रखरखाव से संतुष्ट नजर आए।

लापरवाही पर हुई है कार्रवाई

वे कानून व्यवस्था की बैठक कर रहे थे। इस दौरान एसएसपी दिनेश चन्द दुबे ने बताया कि यूपी 100 सेवा में वाहनों पर नियुक्त पुलिस कर्मियों द्वारा किए गये भ्रष्टाचार, लापरवाही, अनुशासनहीनता पर एक मुख्य आरक्षी व दो आरक्षी निलंबित किए हैं। बैठक में जिलाधिकारी गौरव दयाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश चन्द्र दुबे, मुख्य विकास अधिकारी रविन्द्र कुमार मांदड़, नगरायुक्त अरूण प्रकाश, अपर जिलाधिकारी (नगर) केपी सिंह, सभी उप जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षकगण, सचिव, एडीए सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।

अनुभव का करें समुचित प्रयोग

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने अनुभवों का समुचित प्रयोग करें। अपने अनुभव के आधार पर जनता की समस्याओं का अधीनस्थों के जरिए समाधान कराएं। जिससे आगामी तीन माह में गुणवत्तापूर्ण ढं़ग से कानून व्यवस्था में अधिक सुधार हो सके।

स्वास्थ्य विभाग में सुधार की गुंजाइश

उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम, टीकाकरण एवं एम्बूलेंस की स्थिति ठीक रखने के निर्देश दिए। अस्पतालों में दवाओं की उपलब्धता की सूची जिलाधिकारी व उन्हें शीघ्र उपलब्ध करा दी जाएगी।