-टॉफी का लालच देकर ले जा रहा था बच्चों को

-दूसरे मोहल्ले के लोगों ने शक होने पर पकड़ा,

BAREILLY:

एक अपराधी का हौसला देखिए कि एक, दो नहीं बल्कि एक साथ 4 बच्चों का अपहरण कर लिया। अपहरणकर्ता बच्चों को टॉफी दिलाने के बहाने साथ ले जा रहा था। दूसरे मोहल्ले के लोगों को शक हुआ। उन्होंने पूछताछ की तो उस शख्स ने झगड़ा शुरू कर दिया। गुस्साये मोहल्ले वालों ने उसकी पिटाई कर पुलिस के हवाले कर दिया। बच्चों के परिजनों को खबर लगी तो हड़कंप मच गया। वे दौड़े-दौड़े कोतवाली पहुचे। वह बच्चों को किस मकसद से ले जा रहा था, इसका खुलासा नहीं हो सका। पुलिस अपहरणकर्ता से पूछताछ कर रही है।

टॉफी के लालच में अा गए मासूम

अपहरण कर्ता की पहचान नवादा शेखान निवासी विजय पुत्र जगदीश के रूप में हुई है। उसने सबसे पहले हजियापुर निवासी मासूम बच्ची निशा को अपने झांसे में लिया और उसे साथ लेकर चल दिया। यहां से करीब एक किलोमीटर दूर मोहल्ला एजाज नगर गौटिया में पहुंचा। यहां घर के बाहर खेल रहे फैज, जैनव और जोया को टॉफी का लालच दिया। ये बच्चे भी उसके साथ चल दिये। वह बच्चों को लेकर करीब 500 मीटर दूर निकला लेकिन गनीमत रही कि मोहल्ले वालों की उस पर नजर पड़ गई और शक होने के बाद वह पकड़ा गया।

एक साथ 4 बच्चे होने पर शक

कांकर टोला निवासी गुलाम ने बताया कि उसके साथ 4 बच्चे देखकर उन्हें शक हुआ तो उन्होंने उसे रोककर पूछा। उसने झगड़ा शुरू कर दिया और उनके साथ मारपीट की। उन्होंने शोर मचा दिया, जिसके बाद पीर बहोड़ा के परवेज अली समेत कई लोग आ गए और अपहरणकर्ता को पकड़कर पिटाई शुरू कर दी। इसी दौरान वहां से चीता मोबाइल गुजर रही थी। लोगों ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया।

गुलाम ने बताया कि कुछ महीने पहले इसी शख्स को बच्चा चोरी करते पकड़ा गया था। पब्लिक ने उसकी पिटाई की थी। बाद में उसे छोड़ दिया गया था।

छोटी उम्र के हैं सभी बच्चे

जिन बच्चों का अपहरण किया गया था, उनकी उम्र बहुत कम है। सभी बच्चे न तो सही से बोल पाते हैं और न ही अपने माता-पिता का नाम और पता बता पाते हैं। इसीलिए अपहरण कर्ता ने ऐसे बच्चों को अपने झांसे में लिया। उसने सभी बच्चों से कहा कि बच्चों टॉफी खाओगे। मासूम बच्चे टॉफी के लालच में आ गए और उसके साथ जाने लगे। एक बच्चे ने डरते हुए बताया कि वह नदी घुमाने लेकर चलने की कह रहा था।

इन बच्चों का िकया किडनैप

जिन बच्चों का अपहरण किया गया था, उनकी पहचान एजाज नगर गौंटिया निवासी शहीद अहमद के 3 वर्षीय बेटे फैज व 5 वर्षीय बेटी जोया, उनके छोटे भाई रफीक अहमद की 4 वर्षीय बेटी जैनव और हजियापुर निवासी वसीम की 2 वर्षीय बेटी निशा के रूप में हुई है। रफीक चूड़ी बेचने का काम करता है।

परिजनों की जान में आयी जान

शहीद, रफीक और वसीम को पता भी नहीं था कि उनके बच्चों का अपहरण हो गया है, क्योंकि सभी काम पर गए हुए थे और घरवाले काम में व्यस्त थे। सभी को यही पता था कि बच्चे घर के बाहर खेल रहे हैं लेकिन जैसे ही उन्हें पता चला कि बच्चों का अपहरण हो गया तो सबके होश उड़ गए। सभी तुरंत थाने पहुंच गए। जैनव की गोद में डॉल भी थी, उसकी मां सईदा ने दौड़कर अपनी बेटी को गोद में उठा लिया और चूमने लगी। बच्ची वह पूरी तरह से गुमशुम थी। अन्य बच्चे भी खौफ में थे।

पुलिस भी आयी टेंशन में

जैसे ही 4 बच्चों के अपहरण की खबर बारादरी पुलिस को लगी तो टेंशन में आ गई लेकिन जब पता चला कि बच्चे मिल गए हैं तो राहत की सांस ली। पुलिस का कहना है कि अपहरणकर्ता के द्वारा पहले भी बच्चे के अपहरण के बारे में कोई जानकारी नहीं है। इस तरह की कोई शिकायत नहीं की गई थी। सीओ सिटी थर्ड नीति द्विवेदी बारादरी थाना पहुंची और बच्चों के परिजनों और अपहरणकर्ता से पूछताछ की।

क्या थी अपहरण की मंशा

विजय जब पकड़ा गया तो वह शराब के नशे में था। कोतवाली बारादरी में एसएचओ उपेंद्र सिंह ने उससे पूछताछ की तो उसने जबाव दिया कि यह काम तो उसके बाप-दादा से चला आ रहा है। वह सही से कुछ नहीं बता रहा है। पुलिस उसके होश में आने की बात कह रही है लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि वह एक साथ 4 बच्चों का अपहरण करके क्यों ले जा रहा था। कहीं वह बच्चों की तस्करी के गिरोह से तो जुड़ा नहीं या अन्य कोई बजह। पुलिस इन्हीं सवालों के जवाब तलाश रही है।

आए दिन बच्चों के अपहरण

बरेली में बच्चों के अपहरण का कोई पहला मामला नहीं है। आए दिन बच्चे गायब हो जाते हैं और किसी को खबर भी नहीं लगती है। बरेली में करीब 45 बच्चे गायब हैं। कई बार बच्चों की बरामदगी के लिए ऑपरेशन मुस्कान भी चलाया जा चुका है लेकिन गायब बच्चों का कोई सुराग नहीं लगा है। ऐसे में लोगों को खुद ही अपने बच्चों का ध्यान रखना होगा।

कई हो चुकी हैं घिनौनी हरकतें

बच्चों के अपहरण के अलावा उनके साथ कई घिनौनी वारदातें भी हो चुकी हैं। तीन दिन पहले ही घेर जाफर खां में 10 वर्षीय बच्चे के साथ पैरामाउंट स्कूल के चपरासी ने कुकर्म की कोशिश की थी। हालांकि पब्लिक की मदद से पुलिस ने उसे पकड़ लिया था। नवाबगंज में दो वर्ष पहले एक बच्ची का अपहरण कर उसके साथ गैंगरेप कर हत्या कर दी गई थी। इसी तरह से मीरगंज में भी बच्ची के साथ कुकर्म की वारदात को अंजाम दिया गया था।