- शासन ने श्रम विभाग को दिए स्पेशल ट्रेनिंग सेंटर बनाने के निर्देश

- बाल श्रमिकों को चिह्नित करने को मांगे गए आवेदन, 1 अप्रैल से होगा सर्वे

<- शासन ने श्रम विभाग को दिए स्पेशल ट्रेनिंग सेंटर बनाने के निर्देश

- बाल श्रमिकों को चिह्नित करने को मांगे गए आवेदन, क् अप्रैल से होगा सर्वे

BAREILLY

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श्रम विभाग बाल श्रमिकों को न केवल बाल मजदूरी से निजात दिलाएगा, बल्कि उन्हें शिक्षा भी मुहैया कराएगा। शासन ने बाल मजदूरी में फंसे मासूमों को शिक्षित कर उन्हें आत्म निर्भर बनाने की योजना तैयार की है। इस बाबत शासन के आदेश पर कानपुर लेबर कमिश्नर ने बरेली में डिप्टी लेबर कमिश्नर को लेटर भेजकर इस बाबत स्पेशल ट्रेनिंग सेंटर खोलने का निर्देश दिया है। लेटर मिलते ही डिप्टी लेबर कमिश्नर ऑफिस बाल मजदूरों का सर्वे कराने की तैयारी में जुट गया है। इसी कड़ी में बाल मजदूरों का सर्वे कराने के लिए तमाम रिसर्च इंस्टीट्यूट्स, एनजीओ और एकेडमिक इंस्टीट्यूट्स से आवेदन मांगे गए हैं, जिससे सर्वे की प्रक्रिया क् अप्रैल से शुरू की जा सके।

डोर टू-डोर होगा सर्वे

शहर से गांव तक बाल मजदूरी करने वाले 9 से क्ब् साल तक के मासूमों को सर्वे करने वाली संस्था चिह्नित करेगी। स्पेशल ट्रेनिंग सेंटर के फील्ड ऑफिसर राजीव सक्सेना ने बताया कि विशेष अभियान में बाल मजदूरी कराने वालों को भी केवल चिह्नित किया जाएगा। उन पर किसी तरह का केस दर्ज नहीं किया जाएगा। जिससे बाल मजदूरों की संख्या की सही जानकारी मिल सके। बाल मजदूरों की संख्या की सही जानकारी मिलने पर उनके लिए एक स्पेशल ट्रेनिंग सेंटर के नाम से एक स्कूल खोला जाएगा, यह स्पेशल ट्रेनिंग सेंटर तीन साल के लिए होगा। इससे उन सभी बाल मजदूरों को मुख्य धारा से जोड़ा जाएगा, जिससे वह आगे की शिक्षा ग्रहण कर बाल मजदूरी छाेड़ सकें।

एक माह में होना है सर्वेक्षण

बाल श्रम उन्मूलन सर्वे के लिए लेबर कमिश्नर ने क् से क्0 अप्रैल ख्0क्7 तक विशेष अभियान चलाए जाने के निर्देश दिए है। जिससे उस एरिया के बाल मजदूरों के लिए जल्द से स्पेशल ट्रेनिंग सेंटर खोला जा सके। इस स्पेशल ट्रेनिंग के तहत खोले गए स्कूल में एक व्यावसायिक अनुदेशक, दो शैक्षिक अनुदेशक, एक क्लर्क और एक चपरासी की तैनाती होगी। लेबर कमिश्नर की ओर से भेजे गए लेटर में बताया गया है कि वर्ष ख्0क्क् के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश भर में करीब ख्क् लाख बाल मजदूर थे। बाल मजदूरों की स्थिति को देखते हुए लेबर कमिश्नर ने बाल मजदूरी को मिटाने के लिए प्रभावी कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए हैं।

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इस योजना के तहत बाल मजदूरों को चिह्नित कर उन्हें ट्रेनिंग दी जानी है। ट्रेनिंग के बाद उन्हें शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा।

- राजीव सक्सेना, फील्ड ऑफिसर, स्पेशल ट्रेनिंग सेंटर