-19 दिन में महज 6 बाल मजदूरों को ही आजाद करा पाया श्रम विभाग

BAREILLY :

बाल श्रमिकों को आजाद कराने के लिए शासन की ओर से आया फरमान विभागीय खामियों के चलते परवान नहीं चढ़ पा रहा है। शासन ने बाल मजदूरी के बाबत मार्च माह में ही एक आदेश जारी किया था। जिसके मुताबिक बरेली जिले में 1 से 30 अप्रैल तक अभियान चलाकर बाल मजदूरी में फंसे मासूमों को आजाद कराया जाना है। लेकिन अभियान चलाने के लिए जिम्मेदार श्रम विभाग की टीम की लापरवाही व लेटलतीफी बाल मजदूरों की मदद में रोड़ा बन गई है। विभाग की टीम 19 अप्रैल तक महज 6 बाल मजदूरों को ही आजाद करा पाई है।

बोर्ड परीक्षा भी बनी रोड़ा

बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने के लिए डीएम ने श्रम विभाग के कई अफसरों को स्टेटिक मजिस्ट्रेट बनाकर ड्यूटी लगा दी थी। जिसके चलते श्रम विभाग के अधिकारी बोर्ड परीक्षाओं में भी बिजी हो गए थे। इससे अभियान भी काफी प्रभावित हुआ। जिस पर अभियान चलाने के लिए उप श्रमायुक्त रोशन लाल ने डीएम से सहयोग की मांग की थी। इस पर डीएम ने करीब 10 दिन पहले ही बोर्ड परीक्षा में जुटे विभाग के दो अफसरों को अभियान के लिए रिलीज कर दिया था। इसके बाद टीम ने अभियान चलाकर सीबीगंज से कुल 8 बाल मजदूरों को आजाद कराया। जिसमें फैक्ट्री से 6 और कार गैराज से 2 बाल मजदूर शामिल थे। बाद में दो बाल मजदूरों को छोड़ दिया गया। इसके बाद एक भी बाल मजदूर को टीम आजाद नहीं करा सकी।

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