BAREILLY: शाहदाना वली मजार के पास से थर्सडे को मासूम को अगवा करने वाली महिला पुलिस के डर से फ्राइडे को खुद बच्चे को लेकर कोतवाली पहुंच गई। महिला ने पुलिस को बताया कि यह बच्चा उसे चौकी चौराहा के पास मिला है। उसने बताया कि उसके दो बेटियां हैं, लेकिन कोई बेटा नहीं है, बेटे की चाहत में ही वह उसे ले गई थी, जिसके बाद पुलिस ने उसे बारादरी थाने जाने को कहा लेकिन महिला बच्चे को लेकर अपने घर कैंट चली गई। जिसके बाद महिला के देवर सोनू ने यूपी 100 पुलिस को फोन कर दिया। सूचना मिलते ही यूपी 100 पुलिस और श्यामगंज चौकी इंचार्ज बच्चे की मां को साथ लेकर कैंट के बीआई बाजार स्थित महिला के घर पहुंचे और मासूम को बरामद करने के साथ ही आरोपी महिला को थाने ले आई। पुलिस ने महिला के खिलाफ मामला दर्ज करने की तैयारी शुरू कर दी है।

 

देवर सोनू ने दी पुलिस को सूचना

पुलिस गिरफ्त में आई कैंट थाना के बीआई बाजार निवासी सीमा पत्नी विजय ने बताया कि वह हाउस वाइफ है और पति सिक्योरिटी गार्ड का काम करते हैं। उसके दो बेटियां गौरी 12 वर्ष और बिंदिया 4 वर्ष हैं। महिला ने बताया कि मासूम उसे चौकी चौराहा पर मिला था। जिसके बाद वह मासूम तौफीक 4 वर्ष को अपने घर ले गई। लेकिन फ्राइडे को जब उसके ससुर, सास दुर्गा देवी और देवर सोनू ने न्यूज पेपर में बच्चे की अपहरण की न्यूज पढ़ी तो वह डर गए। उन्होंने तुंरत सीमा से बच्चे को पुलिस के हवाले करने को कहा, तो वह बच्चे को लेकर कोतवाली पहुंची लेकिन पुलिस ने बारादरी जाने के लिए कहा। डर के चलते सीमा बच्चे को लेकर बारादरी थाना नहीं गई। जब वह मासूम को लेकर वापस घर पहुंची तो देवर सोनू ने 2:30 बजे यूपी 100 पुलिस को फोन पर सूचना दे दी। सूचना मिलते ही पुलिस मासूम की मां के साथ मौके पर पहुंची और सभी को थाने ले गई।

 

ताबीज तोड़ा और चेंज कर दिए कपड़े

पुलिस ने बताया कि महिला ने मासूम तौफीक का अपहरण करने के बाद उसके गले में बंधा ताबीज तोड़ दिया और उसे बेटियों की टीशर्ट पहना दी ताकि कोई उसे पहचान न सके। लेकिन सीमा के परिवार के सभी लोग पुलिस कार्रवाई से डर गए और बच्चा तुंरत पुलिस को सौंपने की बात कही।

 

देखते ही मां से लिपट गया तौफीक

यूपी 100 पुलिस मुन्नी को लेकर कैंट के बीआई बाजार स्थित सीमा के घर पहुंची। जैसे ही तौफीक ने मां को देखा तो बिलखते हुए दौड़कर मां से लिपट गया। बेटे को सही सलामत देखकर मुन्नी की आंखें भी छलक पड़ीं और उसने कलेजे के टुकड़े को सीने से लगा लिया।

 

अपने किए पर पछतावा

मासूम तौफीक को अगवा करने वाली सीमा और उसके पति विजय जब पुलिस की गिरफ्त में आए तो वह काफी पछताई। सीमा का कहना है कि उससे गलती में जो भी हुआ है वह तो हो गया लेकिन बच्चा तो उसकी मां को मिल गया। अब पुलिस उसे और उसके पति को छोड़ दे।

 

फूलों की दुकान से किया था अपहरण

फरीदपुर के भगवंतापुर निवासी मुन्नी ने बताया कि पति मोहम्मद शारिफ ने कई वर्ष पहले उसे चार साल के मासूम बेटे तौफीक के साथ घर से निकाल दिया था। महिला करीब एक साल से शाहदाना वाली मजार पर रह रही है और भीख मांगती है। मासूम बेटा भी उसके साथ भीख मांगता है। थर्सडे दोपहर महिला मजार के पास फूलों की शॉप पर बैठी थी और चंद कदम की दूरी पर मासूम खड़ा था। उसी दौरान महिला ने तौफीक को टॉफी दिलाने का झांसा देकर अपहरण कर लिया। काफी देर तक जब तौफीक वापस नहीं आया तो मुन्नी ने तलाश शुरू की लेकिन वह नहीं मिला। जिसके बाद हड़कंप मचा और सूचना पर बारादरी पुलिस के साथ एसपी सिटी व अन्य अधिकारी पहुंचे। पुलिस ने अज्ञात महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था।

 

मासूम का अपहरण करने वाली महिला सीमा और उसके पति को पुलिस ने दबोच लिया है। पीडि़त महिला ने भी आरोपी महिला को पहचान लिया है। अब महिला पर कार्रवाई कर जेल भेजा जाएगा।

उपेन्द्र सिंह यादव, एसएचओ बारादरी

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