- प्यार में अंधे होकर अपने मां-बाप की इज्जत को धूमिल कर रहे युवक-युवतियां

- घर से निकलते हैं स्कूल कॉलेज या काम के लिए, पहुंच जाते हैं अश्लीलता करने के लिए

- पुलिस रे संरक्षण में हो रहा है होटलों में धंधा, पुलिस पहले सुध लेती तो अब तक लग जाती लगाम

Meerut: प्यार में अंधे युवक युवतियों को न तो अपने परिवार की इज्जत का डर है न ही अपनी बदनामी का। लव, सेक्स के चक्कर में युवक-युवती किस तरह पागल हैं इसका अंदाजा होटल प्रिंस और लाभ महल में पकड़े गए जोड़ों से लगाया जा सकता है। होटल में युवक युवतियां इस तरह नग्न अवस्था में बैठै थे कि पुलिस कर्मियों तक को अंदर जाकर शर्म आ गई। इसके बाद इंस्पेक्टर सदर ने महिला थाना प्रभारी अलका सिंह को बुलाकर कमरे के अंदर घुसने का निर्णय लिया जबकि लड़कों को पहले ही पकड़कर थाने भिजवा दिया था।

मम्मी-पापा को मत बताना

थाने में बैठे लड़कियां बार-बार पुलिस से यह कह रही थी कि अंकल हमारे मम्मी-पापा को मत बताना नहीं तो हमें वह जिंदा नहीं छोड़ेंगे, हम जिंदगी भर के लिए अपने मां बाप की नजरों में गिर जाएंगे। अंकल हम आज के बाद न तो दोस्ती करेंगे न ही किसी के साथ होटल में आएंगे, अंकल प्लीज एक बार हमें माफ कर दो। महिला सीओ स्वर्णजीत कौर के तो पैर तक छू लिया, लेकिन पुलिस ने इनकी एक न मानी और परिवार के लोगों को सच्चाई बताने की बात पर अटल रही। इससे पहले लड़के भी अपने मां-बाप की इज्जत का हवाला देते छोड़ने की मांग कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने एक न मानी।

मोहब्बत ले डूबी

मुजफ्फरनगर के भोपा का रहने वाला सुधीर तो बीसीए का छात्र है, अपने साथ ही बीसीए में पढ़ने वाली छात्रा के साथ ही होटल के रूम से पकड़ा है, दोनों का कहना है कि फेसबुक पर दोस्ती हुई थी। इसके बाद मिलना शुरू हुआ। फिर दोनों शहर से बाहर आकर मिलने लगे। यही स्थिति खरखौदा के लालपुर निवासी अंकुश की है, अंकुश भी छात्र है। सोनू कुमार के साथ जो लड़की मिली है, वह तो मेरठ कॉलेज में पढ़ती है। यमुनानगर के विशाल की दोस्ती भी मुजफ्फरनगर की युवती से फेसबुक पर ही हुई थी। पुलिस ने युवक और युवतियों के बयानों को आधार बनाते हुए ख्9ब् अश्लील हकरत की धाराओं में मुकदमा कायम किया है।

सभी युवतियों और युवकों के परिजनों को कॉल की गई है। युवतियों को लिखित रूप से परिजनों की जमानत पर दिया जाएगा। ताकि वह अपनी बेटियों को समझाएं और इस काम से दूर रखें, वहीं लड़कों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

गजेंद्र सिंह

इंस्पेक्टर

सदर बाजार