- गोरखपुर जंक्शन पर पांच नाबालिग बच्चों को सेफ सोसाइटी के सदस्यों ने मुक्त कराया

- बिहार से तस्करी कर पंजाब के होशियारपुर ले जाए जा रहे थे बच्चे

- बच्चे चाइल्ड लाइन के हवाले, पुलिस ने तस्कर को भेजा जेल

GORAKHPUR: चाइल्ड ट्रैफिकिंग के लिए गोरखपुर एक महफूज रूट बनता जा रहा है। बिहार व बंगाल से यूपी के जरिए पंजाब तक चाइल्ड पहुंचाए जा रहे हैं। बुधवार को बिहार से पंजाब के होशियारपुर ले जाए जा रहे पांच नाबालिग बच्चों को सेफ सोसाइटी के सदस्यों ने गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर मुक्त कराया। सदस्यों ने तस्कर को भी पकड़ लिया और जीआरपी को सौंप दिया। वहीं बच्चे चाइल्ड लाइन को सुपुर्द कर दिए गए।

ट्रेन की ले रहा था जानकारी

पुलिस के मुताबिक बिहार प्रांत के पश्चिमी चंपारन के धनहां थाना क्षेत्र के मरचहवां निवासी तूफानी गुप्ता बिहार से पांच नाबालिग बच्चों को लेकर ट्रेन से गोरखपुर पहुंचा। यहां से पंजाब के होशियारपुर जाने के लिए वह ट्रेन की जानकारी ले रहा था। जब वह जनरल टिकट काउंटर पर बच्चों को लेकर टिकट के लिए जा रहा था, उसी दौरान सेफ सोसाइटी के सदस्य शर्मिला गुप्ता व राकेश मिश्रा की निगाह पड़ गई।

टिकट काउंटर पर चढ़ा हत्थे

सदस्यों को युवक की गतिविधि संदिग्ध लगी। पांच नाबालिग बच्चों को उसके साथ देखकर संदेह होने पर पूछताछ की। पूछताछ में संदेह पुख्ता होने पर इसकी जानकारी अपने अधिकारियों व जीआरपी को दी। पुलिस के साथ एंटी हृयूमन ट्रैफिकिंग के सदस्य मौके पर पहुंच गए। बच्चों से अलग-अलग बातचीत की। इसके बाद बच्चों को ले जा रहे तूफानी गुप्ता को हिरासत में ले लिया गया। पुलिस ने बच्चों को चाइल्ड लाइन के हवाले कर आरोपी तस्कर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया।

ये बच्चे मुक्त कराए गए

- सुरेश गुप्ता (12)

- अजय कुमार (12)

- राहुल विश्वकर्मा (11)

- वजय गुप्ता (12)

- रोहित शर्मा (13)

(सभी बच्चे बिहार के पश्चिमी चंपारन के भिटहां थाना क्षेत्र के ग्राम रेवड़ा निवासी हैं.)