ऐसा बोले शी
इसके आगे शी ने कहा कि अब से अफ्रीकन देशों के आंतरिक मामलों में चीन किसी भी तरह का हस्तक्षेप नहीं करेगा। चीन के ऐसे फैसलों की पड़ोसी देशों ने तारीफ की है। याद दिला दें कि इससे पहले चीन ने कुछ अफ्रीकंस को वहां स्टेट फंडेड रोड और रेलवे के काम में चीनी कंपनियों और श्रम का इस्तेमाल करने पर प्रताड़ित किया था। वहीं अब शी अपनी इस छवि को बदलना चाहते हैं।

यहां हुईं ये सब बातें
दक्षिण अफ्रीका में आयोजित दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस के अंतिम दिन शनिवार को उन्होंने इन बातों का खुलासा किया। समिट में शी ने कहा कि ऐसे 10 को-ऑपरेशन प्लांस के सफल कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए चीन ने $ 60 अरब की फंडिंग को सपोर्ट करने का वादा किया है।

बोले अफ्रीका के राष्ट्रपति
इतना ही नहीं खुद की धीमा अर्थव्यवस्था के बावजूद शी ने कहा कि चीन अपने कारखानों में अफ्रीका को भेजने वाले सामान के निर्माण को लेकर निवेश करेगा। मौके पर शी के साथ दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा ने कहा कि अफ्रीकन देशों को चीन की मदद की बेहद जरूरत है, ताकि वह अपने प्राकृतिक संसाधनों को उचित सदुपयोग कर सके।

inextlive from World News Desk

 

International News inextlive from World News Desk