कहीं आप तो नहीं खा रहे हैं

'ड्रैगन' का अंडा

- केन्द्र सरकार ने चाइनीज अंडे को लेकर जारी किया अलर्ट

- चीन से बड़ी मात्रा में अंडों की खेप पहुंचने की सूचना

- पांच लाख का जुर्माना वसूलने और जेल भेजने के आदेश

Meerut: एक ओर सर्दी में अंडे का सेवन फायदेमंद माना जाता हैं, वहीं चौकाने वाली खबर आ रही है कि भारतीय बाजार में चाइनीज अंडों की बड़ी खेप पहुंची है, जो सेहत के लिए बहुत ही खतरनाक है। सूत्रों का मानना है कि मेरठ सहित वेस्ट यूपी में चीनी अंडे पहुंच चुके हैं, जो आपकी सेहत के लिए भी नुकसानदायक हैं। सरकार ने भी अलर्ट जारी कर लोगों को सावधान किया है, वहीं इसका कारोबार करने वालों पर पांच लाख का जुर्माना वसूलने के आदेश हैं।

बेहद घातक रसायन

डॉक्टर्स का कहना है कि चाइनीज अंडे में घातक रसायन हैं, जिसका सेवन सेहत के लिए हानिकारक है। शासन के आदेश का संज्ञान लेने के बाद मेरठ में अंडे की जांच शुरू कर दी गई है। एफडीए अधिकारियों के अनुसार संदिग्ध अंडों के नमूने लेकर जांच को भेजे जा रहे हैं।

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ऐसे बनता है नकली अंडा

नकली अंडे के बाहरी हिस्से को बनाने के लिए जिप्सम चूर्ण, कैल्सियम कार्बोनेट और तेल युक्त मोम का इस्तेमाल होता है। कैल्सियम की मात्रा उतनी ही होती है, जितना एक मनुष्य खा सकता है। इसके अंदर वाला हिस्सा जिलेटिन, सोडियम एल्गिनाइट और कैल्सियम की मदद से बनाया जाता है। इसका रंग बिल्कुल अंडे की तरह होता है, इसलिए इसकी पहचान कर पाना कठिन है।

विधि: गरम गुनगुने उचित पानी में सोडियम एल्गिनाइट मिलाया जाता है। इसके बाद जिलेटिन बेंजाइक अम्ल एल्यूम और कुछ दूसरे रासयनों के साथ मिलाकर अंडे का सफेद हिस्सा तैयार किया जाता है। उसके बाद मिश्रण में कैल्शियम क्लोराइड डालकर उसे अंडों के आकार में ढाल दिया जाता है। कृत्रिम अंडा केवल रासायनिक पदार्थो से तैयार होता है, जो सेहत के लिए बहुत खतरनाक है।

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ऐसे करें पहचान

कृत्रिम अंडे का बाहरी छिलका हल्के भूरे कलर और खुरदुरा होता है, जबकि असली अंडा चिकना होता है। उबालने के बाद कैल्शियम कार्बोनेट का आवरण तोड़ने पर कृत्रिम अंडे का भीतरी हिस्सा असली की तुलना में कड़ा व रबर की तरह खिंचता है। पीला भाग थोड़ी ऊंचाई से छोड़ने पर गेंद की तरह उछलता है। यह धारदार वस्तु से ही कटता है। चीनी अंडे के भीतर से भी असली अंडे की तरह ही पदार्थ निकलता है, लेकिन इसे खुला छोड़ने पर मक्खी और अन्य कीड़ें उसके पास नहीं आते।

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यहां से लिए अंडों के नमूने

- प्रहलादनगर, लिसाड़ी गेट

- इस्लाम पोल्ट्री फार्म, भवानीनगर

- हापुड़ रोड

वर्जन

शासन के आदेशानुसार ऐसे अंडों की जांच के लिए अभियान शुरू कर दिया गया है। आज भी कई संदिग्ध अंडा विक्रेताओं के सेंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।

-रणधीर सिंह, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी मेरठ

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डॉक्टर्स सेज

चाइनीज एग की जानकारी संज्ञान में आई है। इसमे बेहद हानिकारक रसायनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। जिलेटिन बेंजाइक अम्ल एल्यूम बॉडी में इंफेक्शन कर सकता है। इससे मल्टी आर्गन इंफेक्शन की भी शिकायतें देखने को मिल सकती है।

-डॉ। विरोत्तम तोमर, चेस्ट स्पेश्लिस्ट, अध्यक्ष आईएमए मेरठ

चाइनीज अंडे में इस्तेमाल होने वाले रसायन पूरी तरह से सिंथेटिक हैं, जो बॉडी में जाते ही ऑर्गेन्स को भारी नुकसान पहुंचाएंगे।

-डॉ। भावना गांधी, वरिष्ठ डाइटीशियन

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जिस तहर से चीन के अंडे का हल्ला मचा है। यदि वास्तव में यह बाजार में है और लोग इसका सेवन कर रहे हैं, तो ये बॉडी के लिए खतरनाक है।

-डॉ। सुनील सागर, चिकित्सक

चाइनीज अंडे के बारे सिर्फ अभी सुना है, देखा नहीं है। हम गलत काम नहीं करते हैं।

-साकित खालिद, अंडा विक्रेता

चीन के अंडे बेचकर कौन जुर्माना भरेगा। हम तो मुर्गी के अंडे बेचते हैं। अंडों का बिल कोई नहीं मांगता।

-राशिद, अंडा विक्रेता

चीन के अंडों का शोर तो मचा है, साथ ही यह भी सुना है कि वह बहुत नुकसानदायक है।

-राजीव, अंडा विक्रेता

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