इतना ही नहीं बाद में ग्राहकों को गुमराह करते हुए उन्होंने कहा कि शराब में स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाने वाले गुण हैं।
देश के दक्षिण में स्थित लियोजो शहर से जांचकर्ताओं ने शराब की क़रीब 5300 बोतलें ज़ब्त की हैं।
इसके साथ ही उन्हें सिल्डानेफिल नाम के सफेद पाउडर के भी कई पैकेट मिले, जो कि आमतौर पर वायग्रा के नाम से जाना जाता है।
पुसिल फिलहाल ग्वांगशी में मौजूद दो शराब बनाने वालों की जांच कर रही है।
तीन तरह की शराब में मिलाई गई
लियोजो खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने कहा कि इस पाउडर को तीन अलग—अलग तरह की शराब 'बाईजियू' में मिलाया गया था जो कि चीन में काफी पसंद की जाती है।
अधिकारियों के अनुसार ज़ब्त किए गए सामान की कीमत 7 लाख यूआन (क़रीब 72 लाख रुपए) है।
डॉक्टरों के अनुसार एक व्यस्क व्यक्ति एक दिन में वायग्रा की एक गोली ले सकता है जबकि 65 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों को इससे भी कम मात्रा में इसे लेना चाहिए।
चीन में आए दिन खाद्य सुरक्षा से जुड़ी समस्याएं सामने आती रहती हैं। इससे पहले जून में पुलिस ने एक लाख टन तस्करी वाला मीट ज़ब्त किया था, इसमें से कुछ तो 40 साल से भी अधिक पुराना था।
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