- आरोपी को न पकड़ने और शिकायत को गंभीरता से न लेने पर हुई कार्रवाई

- नौ नामजदों में से एक आरोपी हिरासत में, बाकी की तलाश में दबिश चल रही

GORAKHPUR:

झंगहा इलाके में रिटायर्ड दरोगा जयहिंद और उनके बेटे नागेंद्र यादव की हत्या में पुलिस की लापरवाही उजागर होने पर बरही के चौकी इंचार्ज देवतानंदन सिंह को एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया। झंगहा पुलिस ने नामजद नौ में से एक आरोपी को भी हिरासत में ले लिया है। हालांकि पुलिस अभी इसकी पुष्टि नहीं कर रही है। अन्य अभियुक्तों की तलाश चल रही है। जयहिंद के परिवार वालों ने घटना वाले दिन ही पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया था। जयहिंद की पत्‍‌नी सुभावती का कहना था कि चौकी इंचार्ज से कई बार शिकायत की गई, लेकिन इसके बाद भी कार्रवाई नहीं हुई। इसी के चलते हत्या हो गई। इससे गुस्साए लोगों ने मंगलवार को हत्या के बाद जमकर बवाल किया। पुलिस वालों को भी ग्रामीणों का आक्रोश झेलना पड़ा था। पुलिस की जीप जल गई और कई गाडि़यां क्षतिग्रस्त हो गई। एसएसपी शलभ माथुर ने उसी दिन पुलिस की भूमिका की जांच के आदेश दिए थे। प्रथम दृष्टया जांच में चौकी इंचार्ज की लापरवाही उजागर हुई, जिसके बाद एसएसपी ने उन्हें सस्पेंड कर दिया।

गांव में घूमता रहता था राघवेंद्र

जयहिंद के परिवार और गांव वालों की मानें तो 2016 में डबल मर्डर का आरोपी होने के बाद भी राघवेंद्र खुलेआम गांव में घूमता रहता था। बरही चौकी में शिकायत करने पर कहा जाता था कि पुलिस के डर से ही वह फरार है और तुम लोग सुरक्षित हो। पुलिस ने यदि पहले ही कार्रवाई की होती तो संभवत: ऐसी घटना न होती। पुलिस ने फरार राघवेंद्र के घर की कुर्की भी की थी।

जांच में चौकी इंचार्ज की लापरवाही सामने आने पर उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। पुलिस हत्यारों की गिरफ्तारी को दबिश दे रही है। कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

- शलभ माथुर, एसएसपी