-गंगा में ही प्रतिमा का विसर्जन करने पर अड़ा संत समाज, दिवाली बाद धर्म संसद का आयोजन

-स्वामी अविमुक्तेश्वरांनद आज निकलेंगे इलाहाबाद, वकीलों से राय लेने के बाद दस अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में दायर करेंगे याचिका

VARANASI

गंगा में मूर्ति विसर्जन पर हाईकोर्ट की ओर से लगी रोक के बाद काशी में हुए उपद्रव को देखते हुए अब संत समाज सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में है। इसके लिए शुक्रवार को स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद इलाहाबाद रवाना होंगे। जहां वकीलों और प्रबुद्घजनों से विधिक राय लेने के बाद दस अक्टूबर को दिल्ली पहुंचकर इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटायेंगे।

गणेश चौक हो नाम

गुरुवार को स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने ये बातें श्री विद्या मठ में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि गणेश जी को फ्म् घंटा गोदौलिया चौराहे पर रोकने के कारण अब इस चौराहे का नाम गणेश चौक होना चाहिए। इसके लिए पब्लिक को भी इस नाम का इस्तेमाल शुरू कर देना चाहिए। अविमुक्तेश्वरानंद ने मांग की है कि नगर निगम भी इस सन्दर्भ में प्रस्ताव पास कर गोदौलिया का नाम बदले ताकि प्रशासन की ओर से किए गए पाप का प्रायश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि संत समाज मूर्ति विसर्जन गंगा में होने को लेकर एकजुट है। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट जाना तय हो चुका है। वहीं इस मामले को लेकर दिवाली के बाद काशी में धर्मसंसद का आयोजन होगा। इसके लिए देश भर के साधु संतों को जुटाने का काम जल्द शुरू होगा। उनका कहना था कि प्रशासन पांच अक्टूबर को अन्याय प्रतिकार यात्रा के दौरान हुए उपद्रव में शामिल असल लोगों के खिलाफ ही कार्रवाई करे। इसके लिए पब्लिक को भी उनकी मदद करनी चाहिए ताकि उपद्रवियों को सबक मिले।