- वेतन ना मिलने से सिटी बस चालकों और परिचालकों ने बंद किया काम

- प्रबंधन ने दिया दो दिनों में वेतन देने का आश्वासन

LUCKNOW:

सुबह लोग सिटी बसों का इंतजार कर रहे थे लेकिन जब काफी देर तक बसें नहीं पहुंचीं तो उन्हें दूसरे साधनों से अपने गंतव्य की ओर रवाना होना पड़ा। सिटी बसों के समय से सड़कों पर न उतरने से छात्र-छात्राओं के साथ ही ऑफिस जाने वालों को भी खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। बाद में सिटी बस प्रबंधन ने जल्द से जल्द वेतन का भुगतान किए जाने का आश्वासन देकर सिटी बसों का संचालन शुरू कराया।

- आठ बजे नहीं पहुंची बसें

शहर में सिटी बसों का संचालन सुबह आठ बजे से शुरू हो जाता है। रोज की तरह ही सिटी बस के चालक और परिचालक सुबह गोमती नगर डिपो पहुंचे। लेकिन पिछले पांच से दस महीने से सिटी बस प्रबंधन चालकों और परिचालकों का वेतन रोके बैठा है। ऐसे में आक्रोशित चालकों और परिचालकों ने गोमती नगर स्थित सिटी बस डिपो के मेन गेट के सामने बसें लगा दीं और बकाया धनराशि के लिए प्रदर्शन करने लगे।

सूचना मिलने पर पहुंचे अधिकारी

जब यह जानकारी सिटी बस प्रबंधन को मिली तो एआरएम सिटी बस डीके गर्ग मौके पर पहुंचे। उन्होंने आनन-फानन में कुछ कर्मचारियों को पैसा दिलवा दिया। साथ ही कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि जल्द ही सभी की धनराशि दे दी जाएगी। इसके बाद लगभग 10.35 बजे सिटी बसों का संचालन शुरू हो सका।

कर्मचारियों को पेमेंट दिए जाने की व्यवस्था की जा रही है। कई कर्मचारियों की आधी धनराशि का भुगतान किया जा चुका है। जल्द ही मामले को सॉल्व कर लिया जाएगा।

ए रहमान

सिटी बस एमडी

एक तरफ तो सिटी बस प्रबंधन के लोग वेतन नहीं दे रहे हैं और जो लोग काम कर रहे हैं, उनसे यह कहा जाता है कि काम छोड़कर चले जाओ। चालक और परिचालक आखिर कहां जाएंगे। इनके घरों में राशन नहीं है। वहीं स्कूलों में फीस भी जमा करनी है लेकिन वेतन ना मिलने वह दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं।

राज कमल सिंह

क्षेत्रीय मंत्री

लखनऊ महानगर परिवहन सेवा सेंट्रल रीजनल वर्कशॉप कर्मचारी संघ

दुबग्गा डिपो में कर्मचारियों की संख्या

182 संविदा परिचालक

200 संविदा चालक

इनका 32 लाख 2 हजार 616 रुपए सिर्फ फरवरी माह का बकाया है।

199 आउट सोर्स के कर्मचारी हैं, जिनका दस लाख 695 रुपए फरवरी से बकाया है।

82 पीआरडी परिचालक हैं, जिनका 5 लाख 62 हजार 530 रुपए बकाया है।

450 चालक और परिचालक गोमती नगर शाखा में तैनात हैं। इनकी भी एक करोड़ से अधिक धनराशि बाकी है।

निकल पड़ी लॉटरी

सुबह सिटी बसों का संचालन ठप होने से ई रिक्शा और ऑटो रिक्शा संचालकों की लॉटरी निकल पड़ी। अचानक भीड़ उमड़ने से इन लोगों ने यात्रियों से मनचाहा किराया वसूल किया। उन यात्रियों को दोहरी चपत लगी जिन्होंने सफर के लिए एमएसटी बनवा रखी है। ऐसे में वह एमएसटी का प्रयोग भी नहीं कर सके और उन्हें किराया देकर सफर करना पड़ा।

- बॉयोमैट्रिक से लगेगी हाजिरी

गोमती नगर डिपो में अब उन्हीं सिटी बस चालकों और परिचालकों को वेतन दिया जाएगा जो बायोमैट्रिक हाजिरी लगाएंगे। इसके लिए यहां पर बॉयामैट्रिक मशीन लगाई गई है।