- सिटी में संक्रामक बीमारियों के लिए रेड जोन मोहल्लों में अभी से ही स्थिति खराब

- मॉनसून आया नहीं लेकिन गंदे पानी के जमाव से संक्रामक बीमारियों का खतरा

- डीजे आई नेक्स्ट के रिएलिटी चेक में साफ-सफाई का सच आया सामने

VARANASI

एपेडमिक सीजन से पहले ही शहर के कई इलाकों में संक्रामक बीमारियों का खतरा सताने लगा है। चोक हो चुके वॉटर ड्रेनेज सिस्टम के चलते कुछ इलाकों में जमा पानी में अब मच्छर पनपने लगे हैं। इसे लेकर हेल्थ डिपार्टमेंट में अभी प्लानिंग भी नहीं शुरु हुई, लेकिन इधर नगर निगम और जलकल डिपार्टमेंट की अनदेखी से कुछ इलाकों की दशा बिगड़ने लगी है। वहीं लबे रोड सड़कों पर पड़ा कूड़ा विभाग को नहीं दिखता। जो स्वच्छता मिशन के प्रतिबद्धता की कलई खोल रहा है।

सरैया में बेहाल हैं रोजेदार

सीवर लाइन बिछाने के वर्क में धीमी गति के चलते सरैया की सड़क ने गड्ढे का रुप ले लिया है। जगह-जगह उबड़ खाबड़ सड़क और सीवर लाइन वर्क के लिए खोदे गये गड्ढों में पानी जमा हो गया है। लाट सरैया स्थित ईदगाह जाने वाले रास्ते पर नमाजियों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। क्षेत्र में मौजूद गंदगी और वॉटर लॉगिंग की समस्या के बीच कैसे ईद मनाई जाये, इसे लेकर हर कोई विभाग को कोस रहा है।

सीवर के पानी का तालाब

हुकुलगंज-पाण्डेयपुर मार्ग स्थित जिला जेल के पीछे खाली पड़े मैदान में सीवर के गंदे पानी ने झील का शक्ल ले लिया है। स्थानीय लोगों की मानें तो जिला जेल से निकलने वाला गंदा पानी इसी मैदान में छोड़ दिया जाता है। स्थानीय लोगों की मानें तो उस पानी में अब तो मच्छर पनपने लगे हैं। इसके अलावा लबे रोड कूड़े के अंबार ने राहगीरों की मुश्किलें बढ़ा दी है। सीवर और कूड़े से उठने वाली दुर्गध के बीच रहना स्थानीय लोगों की मजबूरी बन गयी है।

अपवित्र हो रहे दर्शनार्थी

कैंट रेलवे स्टेशन के सामने स्थित विजयानगर मार्केट में काफी नारकीय स्थिति है। यहां सीवर का गंदा पानी पंचवटी मंदिर में चला आता है। इसी गंदे पानी से होकर स्थानीय लोग मंदिर में दर्शन पूजन के लिए जाते हैं। सीवर लाइन दुरुस्त कराने को लेकर क्षेत्रीय नागरिकों ने प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक कई बार फरियाद लगायी, लेकिन उन्हें अभी तक कोई रिजल्ट नहीं मिला। स्थानीय लोगों में गंदगी से बीमारी का खतरा सताने लगा है।

तैयारियों में चल रहे लेट

एपेडमिक सीजन को लेकर हर साल जून लास्ट तक प्लानिंग कर ली जाती है। मलेरिया और डेंगू के संभावित मरीजों के लिए मंडल और जिला अस्पतालों में एक वॉर्ड रिजर्व कर लिया जाता है। हेल्थ डिपार्टमेंट के सुपरविजन वर्क से जुड़े कर्मचारी की मानें तो इस बार एपेडमिक सीजन को लेकर डिपार्टमेंट लेवल पर प्लानिंग काफी लेट हो रही है।

संक्रामक बीमारी से बचाव का तरीका

- प्रभावित इलाकों में दवा का छिड़काव

- नियमित साफ-सफाई व कूड़ा उठान

- क्लोरीन की गोलियां का घर-घर वितरण

- जनता में सफाई के लिए जन जागरुकता

- विशेषज्ञों की टीम का दौरा व कैम्प

पब्लिक वर्जन

सरैया पुल के नीचे पानी भर जाता है, कुछ ही दिनों बाद अलविदा की नमाज होनी है। लाट भैरो ईदगाह पर भारी संख्या में लोग अलविदा की नमाज अदा करने आते हैं।

रोजेदार एजाज अहमद, सरैया

हर दूसरे दिन यहां सीवर ओवर फ्लो हो जाता है। शिकायत करने के एक दिन बाद डिपार्टमेंट के कर्मचारी आते है। मशीन लगाकर सीवर की सफाई भी हो जाती है, फिर कुछ ही देर में सीवर चोक भी हो जाता है।

हरीश मिश्रा , विजया नगरम् मार्केट

आफिसियल वर्जन

एपेडमिक सीजन से पहले ज्वॉइंट मीटिंग में सभी डिपार्टमेंट प्लानिंग कर लेते हैं। अभी ऐसे हालात से निबटने के लिए सभी डिपार्टमेंट सक्षम हैं। वाटर लॉगिंग से प्रभावित इलाकों में जल्द से जल्द वर्क पूरा कराया जाएगा। बीके सिंह, जीएम जलकल