-गरम हुई निकाय चुनाव की राजनीति

-कांग्रेस नेताओं ने भाजपा के साथ सपा पर साधा निशाना

-सपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, तोड़फोड़ की राजनीति कर रही बीजेपी

VARANASI

निकाय चुनाव में मतदान अब कुछ दिन ही रह गया है। सारी पार्टियां वोटर्स के बीच अपना माहौल बनाने के लिए ताकत झोंकने लगी हैं। इसके साथ ही एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। सत्ता से दूर पार्टियों के निशाने पर भारतीय जनता पार्टी है। लेकिन इन पार्टियों के नेता अपने सहयोगियों को भी बख्श नहीं रहे हैं। साथ मिलकर विधान सभा चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस के नेताओं ने शनिवार को सपा पर ही निशाना साधा। वहीं सपा के नेता कांग्रेस को तो नहीं लेकिन भाजपा पर जमकर भड़ास निकाली।

जनप्रतिनिधियों को धमका रही भाजपा

समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व विधान परिषद सदस्य नरेश उत्तम ने शनिवार को भारतीय जनता पर सीधा निशाना साधा। बनारस में मीडिया से बात करते हुए कहा कि बीजेपी जनता के द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधियों को डरा-धमकाकर उन्हें अपनी पार्टी में शामिल कर रही है या उनसे इस्तीफा ले रही है। निकाय चुनाव में पार्टी तोड़फोड़ की राजनीति कर रही है। ऐसा ही जिला पंचायत अध्यक्ष अपराजिता सोनकर के साथ हुआ। उन्होंने कहा कि जो लोग सपा से गये वो आगे नहीं बढ़ पाये।

बढ़ रहा अपराध

विधान परिषद सदस्य नरेश उत्तम ने कहा कि सत्ता में आने से पहले बीजेपी युवाओं को रोजगार देने की बात कह रही थी लेकिन प्रदेश में बेरोजगारों की संख्या बढ़ती जा रही है। बेरोजगारी की वजह से यूपी में क्राइम बढ़ता जा रहा है। नरेश उत्तम ने कहा कि जनता ने मंत्रियों को काम करने के लिए भेजा है लेकिन वो चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं। पार्टी को डर है कि वो चुनाव हार जाएगी इसलिए खुद सीएम योगी आदित्यनाथ भी सब काम छोड़कर चुनाव में कूद पड़े हैं। यही बात है तो डिप्टी सीएम को भी चुनाव प्रचार में लग जाना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि भाजपा की पोल जनता के सामने खुल चुकी है। वोटर्स उन्हें सबक सिखाएंगे। इस दौरान राकेश जैन मनोज राय धूपचंडी, इस्तकबाल कुरैशी आदि मौजूद रहे।

अपराजिता को संभाल नहीं सकी सपा

कांग्रेस निकाय चुनाव में बीजेपी को लेकर आक्रामक हो गई है। वहीं सपा पर भी निशाना साधा। शनिवार को पूर्व सांसद व प्रदेश के उपाध्यक्ष डॉ। राजेश मिश्र व पूर्व विधायक अजय राय ने संयुक्त प्रेसवार्ता की। इसमें अजय राय ने कहा कि सपा अपराजिता सोनकर को संभाल नहीं सकी। उसकी पार्टी में उपेक्षा हुई जिसको अपराजिता ने स्वयं कहा है। इसलिए भाजपा को मौका मिल गया कि वह जिपं अध्यक्ष को सपा से तोड़कर भाजपा में शामिल कर सके। सीधी जीत नहीं मिलने की आशंका में भाजपा जोड़तोड़ की निंदनीय राजनीति कर रही है।

पब्लिक लगा रही करप्शन का आरोप

दोनों नेताओं ने निवर्तमान मेयर रामगोपाल मोहले पर जोरदार हमला बोला। कहा कि बीते पांच साल के कार्यकाल में उनकी ओर से खूब अनियमितता हुई। होटल, व्यवसायिक प्रतिष्ठान, जमीन, मकान आदि संपत्ति बना ली गई। पब्लिक भी उन पर करप्शन का आरोप लगा रही है। जिसको लेकर बीजेपी ने निवर्तमान मेयर से किनारा कर लिया है। उनको प्रचार के लिए मैदान में नहीं उतारा है। इसके पीछे पांच साल में हुआ करप्शन बड़ी वजह है। नेताओं ने नगर निगम चुनाव में एक बार फिर से ईवीएम के इस्तेमाल पर सवाल खड़ा किया है। उनका मानना है कि ईवीएम से गड़बड़ी हो सकती है।