- जानकारी होने के बाद भी अधिकारी चुप

- अब सता रही सब्सिडी वाले सिलेंडर लैप्स होने की चिन्ता

- पिछले साल की बुकिंग को नए साल में जोड़ा

LUCKNOW: घरेलू एलपीजी गैस की किल्लत लगातार जारी है। इसकी जानकारी भी पेट्रोलियम कम्पनियों, आपूर्ति विभाग को है, लेकिन जिम्मेदार कार्रवाई करने को तैयार नहीं है। अब भी गैस की बुकिंग से क्0 से क्भ् दिन बाद डिलीवरी हो रही है। अधिकारियों और वितरकों की मिलीभगत के कारण जनता परेशान हो रही है। अब कम्पनियों ने बड़ी संख्या में कस्टमर्स की बुकिंग भी कैंसिल कर दी है। जिसके कारण लोगों को सब्सिडी लैप्स होने की चिंता सता रही है।

हजारों की कैंसिल हुई बुकिंग

अभी भी कई हजार लोगों की पिछले क्भ् दिनों की बुकिंग का सिलेंडर नहीं पहुंचा है। इनमें से बहुत से ऐसे भी हैं, जिनकी बुकिंग कैंसिल भी हो गई है। इनका वाउचर भी जेनरेट हो गया था, लेकिन बाद में कैंसिल हो गया। उधर एजेंसियों का दावा है कि उनका वाउचर फिर से जेनरेट हो जाएगा और सिलेंडर घर पहुंच जाएगा।

फंसेगी सब्सिडी

राजधानी में लगभग क्0 हजार सिलेंडर ऐसे हैं, जो फ्क् दिसम्बर से पहले के बुक किए गए हैं। लगातार इनकी संख्या बढ़ती जा रही है। सैकड़ों ऐसे भी हैं, जो क्भ् दिन से भी पहले के हैं। कम्पनियों का बैकलॉग बढ़ता जा रहा है। जिसके कारण ही बड़ी संख्या में एजेंसियों ने बुकिंग ही कैंसिल कर दी। अब इन्हें नई बुकिंग से सिलेंडर लेना पड़ेगा। जिसके कारण उपभोक्ताओं को इस साल एक सब्सिडी कम हो जाएगी। सरकार साल में क्ख् सिलेंडर ही सब्सिडी में देती है। यह सिलेंडर ब्फ्7 रुपए का पड़ता है। इसके आगे प्रति सिलेंडर 7म्क् रुपए का है। पिछले साल की बुकिंग कैंसिल करने से सीधा असर उपभोक्ता पर ही पड़ेगा।

अब तक सिर्फ फ्फ् फीसदी ही लिंक्ड

राजधानी में डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर लिमिट योजना क् जनवरी ख्0क्भ् से लागू हो चुकी है। एलपीजी उपभोक्ताओं को घरेलू सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी सीधे बैंक खाते में भेजी जा रही है। इसमें क्0 हजार से अधिक उपभोक्ताओं को सिलेंडर पर दी जाने वाली सब्सिडी मिल भी चुकी है। राजधानी में करीब साढ़े नौ लाख एलपीजी उपभोक्ता हैं। जिसमें से सिर्फ तीन लाख उपभोक्ताओं के कनेक्शन ही खाते से लिंक हो सके हैं। जिन उपभोक्ताओं ने अपने गैस कनेक्शन का बैंक खाते से लिंकअप नहीं करवाया है। उन्हें फ्क् मार्च तक पूर्व की भांति ब्फ्7 रुपये में सिलेंडर मिलता रहेगा। जबकि गैस कनेक्शन का बैंक खाते से लिंकअप करवा चुके उपभोक्ताओं को आरटीजीएस के माध्यम से सब्सिडी दी जा रही है। पेट्रोलियम कंपनियों ने अपने सभी उपभोक्ताओं को फ्क् मार्च तक बैंक खाते से लिंकअप करवाने की अपील की है। जबकि दिसंबर ख्0क्ब् में एलपीजी सिलिंडर की बुकिंग करवाने वाले सैकड़ों उपभोक्ताओं की बुकिंग निरस्त कर दी गई है। इस कारण पिछले वर्ष सब्सिडी पर मिलने वाले सिलेंडर लैप्स हो जाएंगे। जिसको लेकर लोगों में एजेंसी के खिलाफ काफी गुस्सा है।

फिर भी व्यवसायिक यूज जारी

लेकिन शहर की सैकड़ों दुकानों पर घरेलू सिलेंडर का धड़ल्ले से व्यवसायिक इस्तेमाल हो रहा है। इनका अवैध रूप से प्रयोग करने वाले दुकानदारों को बहुत ही आसानी से सिलेंडर उपलब्ध हो जाता है। इसकी जानकारी होने के बाद भी सम्बंधित विभागों के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। जिसको लेकर उपभोक्ताओं में काफी नाराजगी है। लगभग हर इलाके में अवैध रूप से रिफिलिंग हो रही है। लेकिन अधिकारियों और एजेंसियों की मिलीभगत से यह जारी है।

राजधानी में म्ख् वितरक

राजधानी में इंडियन ऑयल, हिन्दुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम से संबंधित कुल म्ख् गैस वितरण एजेंसियां हैं। जिनके उपभोक्ताओं की कुल संख्या लगभग 9 लाख है। ख् तारीख को डीएम की बैठक में भी गैस एजेंसियों ने हफ्ते भर में बैकलाग के सिलेंडर कस्टमर्स तक पहुंचाने का आश्वासन दिया था। लेकिन फिर भी बड़ी संख्या में पिछले माह की बुकिंग को कैंसिल कर दिया।

एजेंसियों ने हफ्ते भर में सभी पुरानी बुकिंग को सप्लाई करने का वादा किया है। समस्या देखकर आगे कार्रवाई की जाएगी।

चन्द्र शेखर, सप्लाई ऑफीसर