IBPS ने बदले नियम

इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनल्स सेलेक्शन (आईबीपीएस) ने अपने नियमों में बदलाव करके कैंडिडेट का भविष्य दांव पर लगा दिया. IBPS ने नये नियमों के चलते देशभर के 30 हजार सफल कैंडिडेट को नौकरी नहीं मिल पा रही है. IBPS के इस फैसले से उन कैंडिडेट को तगड़ा झटका लगा है, जिन्होंने बड़ी मेहनत करके यह एक्ताम क्लियर किया है. हालांकि इन बदले हुये नये नियमों के अगेंस्ट कैंडिडेट ने हाईकोर्ट का रुख किया था. इस अपील को गंभीरता से लेते हुये कोर्ट ने वित्त मंत्रालय समेत IBPS को हलफनामे के साथ 11 नवंबर तक डिटेल रिपोर्ट देने को कहा है. जस्टिस हीमा कोहली ने अपने आदेश में नियमों में बदलाव का कारण पूछा है.

क्या है मामला

IBPS ने अक्टूबर-नवंबर 2013 में बैंक पीओ, क्लर्क और विशेषज्ञ अधिकारी पद के लिये लिखित और इस साल जनवरी में मौखिक एक्जाम लिया था. 1 अप्रैल को रिजल्ट जारी करते हुये IBPS ने नियमों में बदलाव कर घोषित सीटों में 10 फीसदी बढ़ाकर शेष सफल कैंडिडेट के लिये इस बार नौकरी का रास्ता बंद कर दिया है. इससे पहले सफल कैंडिडेट को बैंकों में वैकेंसीज निकलने के साथ-साथ नौकरी मिलती रहती थी. इस बार IBPS ने घोषित सीटों में 10 फीसदी बढ़ाकर उसके दायरे में आने वाले सफल कैंडिडेट को ही नौकरी देने की बात कही है. इससे नौकरी मिलना तो दूर कैंडिडेट सीट आवंटन प्रोसेस में भी नहीं बैठ सकते.

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