- क्रिकेट मैच और बरात के बाद रविवार को फिर भिड़े गुर्जर और निषाद के लोग

- आधा दर्जन घायल, एक आगरा रेफर, पड़ोसी गांव के लोग भी पहुंचे, गांव में तनाव

मथुरा: थाना जमुना पार क्षेत्र के गांव रावल में प्रधानी चुनाव की रंजिश रविवार को फिर भड़क गई। गुर्जर और निषाद समाज के लोगों में जमकर लाठी-डंडे और फरसे चले। इसमें निषाद समाज के आधा दर्जन लोग घायल हो गए। इनमें से एक घायल को आगरा रेफर किया गया है। इसी बीच पड़ोसी गांव से गुर्जर समाज के लोगों के पहुंच जाने से गांव में तनाव व्याप्त हो गया है।

पहले भी हो चुका है विवाद

थाना जमुनापार के गांव में प्रधानी के चुनाव के दौरान से ही निषाद और गुर्जर समाज के लोगों के बीच दूरियां बन गई थीं। वर्तमान में गुर्जर समाज की कमलेश गुर्जर प्रधान हैं। एक सप्ताह पहले क्रिकेट खेलने के दौरान कहासुनी को लेकर दोनों समाज के बालकों में मारपीट हो गई। तीन दिन पहले दोनों समाज के युवक गांव के ही एक युवक की बरात में बाबूगढ़ गए थे। यहां भी डांस के दौरान दोनों समाज के लड़कों में झगड़ा हो गया था। इधर, रविवार सुबह अचानक दोनों समाज के लोग फिर भिड़ गए। दोनों ओर से जमकर लाठी-डंडे और फरसा चले। इससे गांव में अफरा-तफरी मच गई। दोनों ओर से काफी देर तक मोर्चाबंदी बनी रही।

आरोपी नहीं लगे हाथ

इस संघर्ष में निषाद समाज के 45 वर्षीय धर्मपाल और उनके 18 वर्षीय पुत्र गणेश, बाबू, सोनपाल, बंटू सहित आधा दर्जन लोग घायल हो गए। इन सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। गंभीर हालत में धर्मपाल को आगरा रेफर कर दिया। इसी बीच निषाद समाज के लोग थाना जमुनापार मुकदमा दर्ज कराने गए तो उन्हें टरका दिया। बाद में पुलिस दिन में करीब तीन बजे गांव में पहुंची। पुलिस को मौके पर दोनों पक्षों के वो लोग नहीं मिले, जो मारपीट में शामिल थे। थाना जमुनापार के एसओ शौकत अली का कहना है कि दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कराई है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं।

.तो दूसरे समाज के लोग गांव में डटे

गांव रावल में झगड़ा होने के बाद निषाद समाज के घायलों को अस्पताल भेजने के साथ ही अन्य लोग भी ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवार होकर मथुरा आ गए। जबकि दूसरे समाज के लोग गांव में डटे रहे। सूचना पर अन्य गांवों के सजातीय लोग भी रावल पहुंच गए। निषाद समाज के लोगों ने बताया कि दूसरे पक्ष के लोग दबंग हैं।