- स्टेट के दो करोड़ बच्चे नहीं जा पाएंगे स्कूल

PATNA : स्टेट का एजुकेशन सिस्टम कल से पूरी तरह ठप होने जा रहा है। आज बुद्ध पूर्णिमा की बंदी के बाद कल से सरकारी स्कूलों में क्लास वन से लेकर ट्वेल्थ तक की क्लास पूरी तरह बंद रहेगी। नियोजित शिक्षक 9 अप्रैंल से हड़ताल पर हैं। इसके साथ ही माध्यमिक शिक्षक संघ भी नियोजित शिक्षकों को समर्थन देते हुए क् मई से हड़ताल पर चला गया है। साथ ही नियोजित शिक्षकों की मांग को मजबूत करते हुए स्टेट का प्राथमिक शिक्षक भी आज से हड़ताल पर चले गये हैं। मतलब स्टेट के बच्चे अब कब तक स्कूल जा पायेंगे इसका जवाब किसी के पास नहीं है।

दो करोड़ बच्चों के साथ खिलवाड़

स्टेट में लगभग 7म् हजार प्रारंभिक विद्यालय हैं साथ ही लगभग चार हजार माध्यमिक विद्यालय भी हैं। इन स्कूलों में लगभग दो करोड़ के आसपास स्टूडेंट पढ़ते हैं। नियोजित शिक्षक, प्राथमिक शिक्षक और माध्यमिक शिक्षक सभी के हड़ताल पर चले जाने से कक्षा एक से लेकर ट्वेल्थ तक के लगभग दो करोड़ बच्चे स्कूल नहीं जा पायेंगे। शिक्षक नेताओं की मानें तो अबतक सरकार या फिर विभाग की ओर से वर्ता की कोई पहल नहीं की गयी है।

विभाग भी पहल नहीं कर रहा

मैट्रिक के क्ब् लाख से अधिक बच्चों का भविष्य भी अंधकारमय होने जा रहा है। मैट्रिक की कॉपियां अबतक जांची नहीं गयी हैं। इधर कई अन्य स्टेट में मैट्रिक के रिजल्ट की घोषणा भी कर दी गयी है। माध्यमिक शिक्षक शिक्षकेतर कर्मचारी संघ के राजकिशोर प्रसाद साधू ने कहा कि हमने सीएम सहित सभी बड़े अधिकारियों को लिखित आवेदन दिया है कि अगर हमारे सदस्यों को सुरक्षा मुहैया कराया जायेगा तो हम कापियों की जांच करेंगे। साधू कहते हैं लेकिन इस बाबत अबतक शिक्षा विभाग से लेकर पटना के डीएम तक ने भी हमसे संपर्क नहीं किया है। साधू ने कहा कि हम अपने शिक्षक मित्रों से कहते हैं कि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न होने दें।

एक संगठन ने कल से मूल्यांकन करने की बात कहा है। हमलोग उसके सुरक्षा का बंदोबस्त करेंगे। अबतक विभाग और सरकार के स्तर से कोई निर्देश नहीं दिया गया है। अगर यही स्थिति रही तो मैट्रिक का रिजल्ट कब आयेगा कहना मुश्किल है।

- निवास चंद्र तिवारी, सेक्रेटरी, बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड

सरकार ने अबतक कोई पहल नहीं की है। इसे लापरवाही नहीं तो और क्या कहेंगे। हम शिक्षक ही क्यों हर मौके पर बैकफुट पर आयें। सरकार शिक्षकों के आंदोलन को गंभीरता से ले नहीं रही तो परिणाम भुगतने को तैयार रहे।

- केदार पांडेय, महासचिव, बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ

एक भी सरकारी काम हम होने नहीं देंगे। जबतक सरकार वेतनमान की घोषणा नहीं करती है हमलोग काम पर वापस नहीं लौटेंगे।

- ब्रजनंदन शर्मा, चेयरमैन, बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ