RANCHI:मृतक छात्रा के पिता ने कहा, चलता है लॉज, रहते हैं छात्र, पर कोई नहीं आया। बूटी बस्ती में दुष्कर्म के बाद मारी गई छात्रा चीखी होगी, चिल्लाई भी होगी, लेकिन इसकी भनक किसी को क्यों नहीं लगी। पड़ोसियों को घटना की भनक नहीं लगना अपने आप में संदेहास्पद है। मृतका के पिता का आरोप है कि उनके आवास के पीछे भानू चटर्जी का लॉज है। उसमें छात्र भी रहते हैं। घटना के बाद आस-पड़ोस के सभी लोग पहुंच गए, लेकिन वहां से किसी का नहीं आना उन्हें खटका। उन्होंने आशंका जताई है कि आसपास में लॉज के छात्रों ने उनकी पुत्री को अकेला पाकर मार डाला।

बड़ी बहन के साथ रहती थी छात्रा

घटना के वक्त घर में कोई नहीं था। पिता नागेश्वर महतो के अनुसार, छात्रा अपनी बहन के साथ बूटी मोड़ स्थित घर में रहकर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करती थी। कुछ दिनों से माता-पिता बरकाकाना में रह रहे थे। पिता ने बताया कि उनकी बेटी बहुत सीधी थी। किसी लड़के से भी उसकी दोस्ती नहीं थी और न किसी से कोई विवाद था। कल कॉलेज से बरकाकाना जाने की बजाय वह बूटी मोड़ स्थित घर चली गई। उसकी बहन को भी गुरुवार को यहीं आना था, पर बीमारी की वजह से वह नहीं आ पाई। आज सुबह वह यहां पहुंचने ही वाली थी। पिता और चाचा के मुताबिक छात्रा की हत्या की गई है।

गुरुवार को ही पास किया था एग्जाम

पिता नागेश्वर महतो ने बताया कि छोटी बेटी ओरमांझी के आरटीसी इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक द्वितीय वर्ष की चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा गुरुवार को ही पास की थी और अब पांचवे सेमेस्टर में एंट्री की थी। दोनों बहनें शनिवार को बरकाकाना गई थीं। गुरुवार को पिता दोनों को यहां पहुंचा कर बरकाकाना लौट गए थे। शाम करीब साढ़े छह बजे छात्रा ने पिता को फोन कर बताया कि उसके मोबाइल का बैलेंस खत्म हो गया है। उसने यह भी बताया कि कॉलेज की क्लास खत्म होने पर वह बरकाकाना चली आएगी। शुक्रवार की सुबह करीब सवा आठ बजे छात्रा की बड़ी बहन ने जब उसे कॉल किया, तो एक बार रिंग होने के बाद मोबाइल बंद हो गया। इसके बाद उसने पड़ोस में रहनेवाले अनिल कुमार सिंह की पत्नी को फोन कर बहन से बात करवाने की बात कही। बताया गया कि अनिल पहले उसी मकार में सपरिवार किराए पर रहते थे और इसी वर्ष अप्रैल में घर खाली किया था। जब अनिल की पत्नी वहां पहुंची, तो देखा कि कमरे से धुआं निकल रहा है।

भ्00 स्टूडेंट्स का बूटी बस्ती में हंगामा

छात्रा की दुष्कर्म के बाद हत्या की सूचना पर उसके कॉलेज के करीब पांच सौ विद्यार्थी बूटी बस्ती पहुंच गए। साथियों ने मौके पर मौजूद पुलिस से छात्रा के हत्यारों को शीघ्र पकड़ने और पुलिस को जांच में सहयोग का भरोसा दिया। घटनास्थल के बाहर विद्यार्थी बूटी बस्ती हाय-हाय, समाज के लोगों शर्म करो की नारेबाजी करने लगे। इस पर बूटी बस्ती की महिलाएं एकजुट होने लगीं और उनकी नारेबाजी का विरोध किया। महिलाओं ने साथियों पर ही शक जताते हुए पुलिस से कहा कि छात्रा के साथियों की ही जांच की जाए। बाद में पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत कराया और वापस भेज दिया।

मेरी बेटी ने किसी का क्या बिगाड़ा था

छात्रा का परिवार मूल रूप से सिल्ली थाना क्षेत्र का रहनेवाला था। उसके पिता बरकाकाना में सीएमपीडीआइ में पदस्थापित हैं। उनके मुताबिक बूटी बस्ती में वर्ष ख्00भ् में उन्होंने एसबेस्टस का घर बनवाया था। करीब दो साल से उनकी दो बेटियां वहां रहकर पढ़ाई करती थीं। वह और परिवार के अन्य सदस्य बरकाकाना में रहते हैं। बड़ी बेटी रांची शहर के एक प्रतिष्ठित कॉलेज में स्नातक कर रही है। उनका कहना था कि उनकी बेटी ने किसी का क्या बिगाड़ा था, जो उसे मौत की नींद सुला दी।