- स्वच्छ भारत मिशन के 20 शहरों में आगरा भी है शामिल

- केंद्र के शहरी विकास मंत्रालय ने मांगा निगम से प्रपोजल

आगरा। ताजनगरी से कचरा मुक्त का सपना अब जल्दी ही साकार होगा। कचरा के ढेर को वैज्ञानिक तरीके से कैपिंग की जाएगी। इसके लिए 10 करोड़ रुपए का फंड मिलेगा। नगर निगम को जल्दी से जल्दी प्रपोजल बनाकर केंद्र सरकार को भेजने के लिए कहा गया है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत कचरा मुक्त करने के ठोस कदम उठाए जाएंगे। इसे लेकर 10 अक्टूबर को केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय दिल्ली में बैठक हुई है।

सफाई के आधार पर मिलेगा फंड

स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्रथम चरण में कचरा के ढेरों को बंद (कैप) किया जाना है। इस काम के लिए देश भर के लिए 20 शहरों को चुना गया है। इसमें आगरा को भी शामिल गया है। दिल्ली की बैठक में मिशन के अधिकारियों ने चिन्हित शहरों के अधिकारियों से कचरा के ढेरों को बंद करने के लिए तत्काल प्रपोजल मांगा है। इसके आधार पर फंड रिलीज होगा। आगरा नगर निगम ने इस दिशा में पहले से ही तैयारी कर रखी है। कुबेरपुर ट्रिंचिंग ग्राउंड में डंप कचरा को कैपिंग करना है। इसमें लगभग 10 करोड़ रुपए खर्च होंगे।

4 एकड़ में फैला है कचरा

कुबेरपुर में पिछली चार सालों से कचरा डंप किया जा रहा है। हालात ये हो गए हैं कि कचरे का पहाड़ खड़ा हो गया है। 4 एकड़ में 1.30 करोड़ टन कचरा फैला है। इसकी गंदगी और बदबू से लोग परेशान हैं। इसे देखते हुए कचरा कैपिंग का प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। ये दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा।

आरसीयूईएस से मांगी है राय

नगर निगम ने कचरा कैपिंग की तैयारी कर ली है। कैपिंग तीन तरीकों से की जाती है। इसे किस फार्मूले से किया जाए? इसे लेकर आरसीयूईएस (रीजनल सेंटर फॉर अर्बन एंड इंवायरमेंट स्टडी) से राय मांगी है। ये बहुत जल्द ही अपनी रिपोर्ट नगर निगम को सौंप देगा। दिसंबर तक कचरा को कैप कर लिया जाएगा।

ताजमहल का मिला लाभ

स्वच्छ भारत मिशन के तहत पहले चरण में शहर के 20 शहरों को ही चुना गया है। इसमें आगरा को शामिल करने में सबसे अहम ताजमहल साबित हुआ है। ताजमहल की ख्याति और पर्यटकों को स्वच्छ भारत दिखाने के लिए आगरा को शामिल किया है।